बालोद
नाराज नेताओं मंच पर नहीं बैठे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 23 मई। प्रदेश के बालोद जिले में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है।शासन के बड़े कार्यक्रम के आमंत्रण कार्ड से जिला पंचायत अध्यक्ष सोनादेवी देशलहरा,जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्य चंद्रप्रभा सुधाकर सहित जनप्रतिनिधियों का नाम ही गायब था।
कांग्रेस शासन होने के बावजूद प्रशासन की लापरवाही आमजनों को साफ दिखाई दे रही है। दरअसल जिले के एक बड़े कार्यक्रम के दौरान जिले के जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं किए जाने एवं आमंत्रण कार्ड मे नाम नही होने पर नाराज जनप्रतिनिधि आमजनों के बीच बैठ गए।
ज्ञात हो कि बालोद जिला मुख्यालय के स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल आमापारा बालोद के आडोटोरियम मे राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत जिले के किसानों को खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए प्रथम किस्त की राशि का आंतरण कार्यक्रम था।
इस कार्यक्रम में जिले के कुछ जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित ही नहीं किया गया था। वही जिला प्रशासन द्वारा छपवाए गए आमंत्रण कार्ड मे भी जिला पंचायत अध्यक्ष सहित जनप्रतिनिधियों का नाम ही गायब था, यही सब वजह थी जिसके कारण जनप्रतिनिधि नाराज हुए। उक्त कार्यक्रम में आमंत्रित ना करने से नाराज होकर जिला पंचायत अध्यक्ष सोना देवी देशलहरा, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर, पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कृष्णा दुबे, जिला पंचायत उपाध्यक्ष मिथलेश नुरेटी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने आमजनों के बीच बैठकर कार्यक्रम में अपनी उपस्थित दी। इस दौरान जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी और खुद मुख्य अतिथि ने बार-बार उन्हे मंच मे बैठने का आग्रह किया,बावजूद इसके जनप्रतिनिधि नही माने और आम जनता के बीच बैठकर ही पूरा कार्यक्रम देखा।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री अनिला भेडिय़ा, संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद और विधायक संगीता सिन्हा मौजूद थीं।
ज्ञात हो कि कई बार ऐसा हुआ है की जिला प्रशासन से जनप्रतिनिधि नाराज हुए है, कई बार मंच मे स्थान नही मिलने तो कभी आमंत्रण नहीं मिलने से नाराज जनप्रतिनिधियों ने कार्यक्रम के दौरान ही अधिकारियों के सामने ही नराजगी व्यक्त की है। इस विषय को लेकर जब नाराज जनप्रतिनिधियों से मीडियाकर्मियों ने बात करना चाही तो वे कुछ भी कहने से बचते हुए नजर आए।