रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 मई। छत्तीसगढ़ में क्रिकेट का खेल दो फाड़ में जाता नजर आ रहा है। बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अलावा एक अन्य संघ का गठन होने जा रहा है। राज्य क्रिकेट परिषद (ष्टद्धद्धड्डह्लह्लद्बह्यद्दड्डह्म्द्ध स्ह्लड्डह्लद्ग ष्टह्म्द्बष्द्मद्गह्ल ष्टशह्वठ्ठष्द्बद्य0) नाम से नए क्रिकेट संगठन के गठन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। गठन के बाद संस्था में मेंबरशिप प्रारंभ की जा रही है, जिसमें प्रदेश के पूर्व व वर्तमान क्रिकेट खिलाडिय़ों और खेल प्रेमियों को सदस्यता प्रदान की जायेगी, जिन्हें वोटिंग के साथ उच्च पदों में पदाधिकारी बनने का अधिकार भी प्रदान किया जायेगा। संस्था में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अंतर्गत आमसभा बुलाकर पदाधिकारियों का चयन एवं कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई जायेगी। प्रदेश के सभी 32 जिलों में संगठन तैयार कर क्रिकेट एकेडमियों की स्थापना कर हजारों खिलाड़ी, अच्छे प्रशिक्षक एवं अन्य टेक्निकल व्यक्ति तैयार किए जाएंगे। छत्तीसगढ़ खेल महासंघ के प्रदेश संयोजक अधिवक्ता प्रवीण जैन ने बताया कि छत्तीसगढ़ में हजारों प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जिनमें से बहुत सीमित संख्या में ही खिलाड़ी क्रिकेट संघ में चयनित हो पाते हैं और हजारों की संख्या में हुनरमंद खिलाड़ी जिन्हें और कहीं अवसर नहीं मिल पाता था जिससे उनमें भारी निराशा थी। इस वजह से ये खिलाड़ी टेनिस बॉल क्रिकेट खेल कर अपना भविष्य खराब कर रहे थे। छत्तीसगढ़ में क्रिकेट के किसी भी बड़े आयोजन को कराने के लिए क्रिकेट संघ की अनुमति लेना अनिवार्य होता है, किंतु टेक्निकल समस्या की वजह से आयोजकों को बड़े आयोजन की अनुमति नही मिलती है। प्रदेश में सीपीएल-टी20 छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग क्रिकेट प्रातियोगिता के लिए भी क्रिकेट संघ से लगातार 3 वर्षों तक 20 से ज्यादा बार आवेदन देकर अनुमति मांगी गई किंतु क्रिकेट संघ के द्वारा स्वीकृति प्रदान करने में असमर्थता जताई गई, जिससे हजारों खिलाडिय़ों को नुकसान उठाना पड़ रहा था, जब आयोजकों ने खेल और खिलाडिय़ों के पक्ष में बिना अनुमति प्रतिस्पर्धा करानी चाही तो क्रिकेट संघ ने प्रातियोगिता के ठीक पहले प्रदेश में कार्यरत अंपायर्स, स्कॉरर्स, पिच क्यूरेटर्स एवं अन्य टेक्निकल सहायकों के साथ हमसे जुड़े खिलाडिय़ों को प्रातियोगिता में शामिल होने से मना कर दिया गया, जिससे प्रातियोगिता ना हो सके, लेकिन खिलाडिय़ों के जज्बे और आयोजकों की दृढ़ इक्षाशक्ति से आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हो पाया। इस तरह की परिस्थितियां भविष्य में दुबारा निर्मित ना हो इसके लिए प्रदेश भर के हजारों खिलाडिय़ों और खेल प्रेमियों से चर्चा कर आमसहमति बनाकर नए क्रिकेट संगठन की रूपरेखा बनाई गई है, जो छत्तीसगढ़ में पेशेवर क्रिकेट को बढ़ावा देने का कार्य करेगी। प्रवीण जैन ने कहा कि क्रिकेट काउंसिल, क्रिकेट संघ के सामानांतर कार्य नही करेगी, बल्कि एक सहयोगी संस्था के रूप में काम करेगी, जिससे किसी तरह की वैमनस्यता न हो और प्रदेश में खिलाडिय़ों को ज्यादा लाभ हो।
प्रवीण जैन ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि परिषद को बीसीसीआई से मान्यता के लिए भी प्रयास करेंगे। इसके लिए पहले हम पूरी तरह से संगठन को खड़ा करने के साथ कुछ प्रतियोगिता भी आयोजित करेंगे।