सरगुजा
हत्या की आशंका, एक संदिग्ध पर पुलिस की निगाह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 23 मई। मणिपुर चौकी के सामने स्थित खेत में रविवार की सुबह मिली किशोरी की लाश की पहचान होने के बावजूद भी पुलिस द्वारा अज्ञात मानकर शव का पीएम करा दिया गया। इसे लेकर परिजनों में नाराजगी है। परिजन शव लेने से इंकार कर रहे थे, पर पुलिस द्वारा काफी समझाइश के बाद शव घर ले जाने को तैयार हुए।
परिजन का कहना था कि किशोरी की पहचान जब हो गई थी और परिजन उपस्थित थे, तब अज्ञात बता कर पीएम क्यों कराया गया। दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि इस मामले में एक संदिग्ध सामने आया है, जिसकी पतासाजी की जा रही है।
गौरतलब है कि रविवार को मणिपुर चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर एक किशोरी की अर्धनग्न लाश खेत में मिली थी। सूचना पर एसपी, एएसपी व सीएसपी सहित फॉनेंसिक की टीम मौके पर पहुंच कर घटनास्थल की जांच की। शुरूआत में आस-पास के लोगों से शव का शिनाख्त कराया गया पर उसकी पहचान नहीं हो पाई थी। कुछ देर बाद चेऊरपारा निवासी एक व्यक्ति द्वारा उसकी पहचान की गई। मृतका ग्रामीण क्षेत्र की रहने वाली थी। वह पिछले कुछ दिनों से मणिपुर क्षेत्र में अपने रिश्तेदार के घर रहकर मजदूरी का काम करती थी। हालांकि मृतका इसी वर्ष 12वीं पास भी की थी।
आरोप है कि शव की शिनाख्त होने के बावजूद भी आनन-फानन में पुलिस द्वारा रविवार को ही पीएम करा दिया गया। जबकि परिजन का कहना है कि जानकारी मिलने के बाद हम लोग दोपहर तीन बजे मणिपुर चौकी पहुंच गए थे। पुलिस ने बताया कि शव का पीएम सोमवार को कराया जाएगा। हम लोग चौकी में रात 9 बजे तक थे। इस दौरान पुलिस द्वारा कभी भी नहीं बताया गया कि शव का पीएम हो गया है. आप लोग शव लेकर घर जा सकते हैं।
परिजन का आरोप है कि जब मृतका की पहचान हो चुकी थी, तब पुलिस अज्ञात बता कर पीएम क्यों करा दी। अगर पीएम करा भी दी थी तो हम लोगों को क्यों नहीं बताया गया। हालांकि हम लोगों से कई दस्तावेज पर साइन भी कराया गया। इस दौरान भी हम लोगों को नहीं बताया गया कि शव का पीएम हो चुका है।
परिजन का कहना था कि अगर रविवार को शव का पीएम हो ही गया था तो हम लोग शाम तक शव लेकर घर चले जाते और सोमवार की सुबह उसका अंतिम संस्कार कर दिया जाता, पर सोमवार की दोपहर तक शव की दुर्दशा होती रही। दोपहर तक उसके परिजन किशोरी के शव को नहीं देख पाए थे।