दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 24 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि कुछ लोग आदिवासी समाज में पेसा एक्ट को लेकर भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं, जबकि इससे किसी को डरने की जरूरत नहीं है। केबिनेट की अगली बैठक में संशोधित पेसा एक्ट पास हो जाएगा।
मुख्यमंत्री बघेल मेडकाडबरा मैदान में आयोजित आदिवासी समाज के सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पेसा एक्ट से किसी को डरने की जरूरत नहीं है। ग्राम सभा को पहले से ही अधिकार दिए गए हैं। नए नियम में किन कानूनों का ग्राम सभा के माध्यम से उपयोग किया जाना है, यह तय हो जाएगा। ग्राम सभा में प्रतिनिधित्व के लिए आबादी को आधार बनाया जाएगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि कुछ लोग इस एक्ट के बारे में भ्रम फैला रहे हैं। इससे आदिवासी समाज को बचना होगा।
बघेल ने भीड़ से पूछा कि बदलाव आया है या नहीं..जवाब मिला आया है। बघेल ने कहा कि हमने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का नारा दिया है उसे पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नंदराज पहाड़ को लेकर भी केंद्र सरकार को लिखा गया है। एमसीएल में पास 49 प्रतिशत तो छत्तीसगढ़ के राज्य मिनरल डेवलपमेंट कार्पोरेशन के पास 49 प्रतिशत ही है। इसलिए केंद्र को ही इस बारे में फैसला लेना है।
दूसरी तरफ आबकारी मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने सीधे तौर पर अरविंद नेताम और सोहन पोटाई का नाम लिया। उन्होंने भी आदिवासी समाज को भ्रम से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि रमन सरकार ने आदिवासियों को मरवाने का काम किया। भूपेश बघेल की सरकार ऐसे लोगों को भी मुआवजा दे रही है। 1200 से ज्यादा आदिवासी रिहा भी किए गए हैं।
सांसद दीपक बैज ने मुख्यमंत्री बघेल की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि रमन सिंह बस्तर के विधायकों की सुनते नहीं थे, जबकि आज सीएम हाऊस 24 घंटे बस्तर के लोगों को लिए खुला हुआ है।