बिलासपुर
25 मई को होगा रेल मंत्री का पुतला दहन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 मई। छात्र युवा नागरिक रेल्वे जोन संघर्ष समिति ने रेल मंत्रालय के 34 यात्री गाडिय़ों को नहीं चलाने के फैसले का कड़ा विरोध किया है। इसके विरोध में 25 मई को रेल मंत्री का पुतला दहन कर किया जाएगा। समिति ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि जिस कोयला परिवहन से रेल्वे को सर्वाधिक आय होती है, उसी कोयले के लिये छत्तीसगढ़ जैसे कोयला उत्पादक राज्य को यह दिन देखना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि गत वर्ष देश में कोयले का सर्वाधिक उत्पादन 158 मिलियन टन छत्तीसगढ़ में रहा। यदि भण्डार के हिसाब से देखा जाए तो झारखण्ड और उडीसा में कोयला भण्डार छत्तीसगढ़ से अधिक है। अर्थात छत्तीसगढ़ वर्तमान में ही अपनी क्षमता से अधिक कोयला उत्पादन कर रहा है। इसका सीधा दुष्परिणाम यह हुआ है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे से गुजरने और प्रारंभ होने वाली 34 यात्री गाडिय़ों को पिछले एक महीने से बंद रखा गया, जबकि यह शादी ब्याह और छुट्टियों का सीजन है। इन्हीं यात्री गाडिय़ों को आगे एक महीने तक फिर बंद रखने का फैसला छत्तीसगढ़ की सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था को छिन्न-भिन्न कर देगा। यही नहीं पिछले छह महीने से जो यात्री गाडिय़ां चल भी रही है उनके स्टॉपेज बिल्हा, करगीरोड, खोडरी, खोंगसरा, बेलगहना जैसे स्टेशनों पर समाप्त कर दिए गए हैं। यह भी केवल कोयला परिवहन के लिए किया जा रहा है।
सौर, पवन ऊर्जा तथा गैस पावर प्लॉट का पूरा उपयोग नहीं
छात्र युवा नागरिक रेल्वे जोन संघर्ष समिति ने जानकारी दी कि देश में इस समय 91 हजार मेगावाट क्षमता के सौर और पवन ऊर्जा के पावर प्लॉट तथा 24 हजार मेगावाट के गैस आधारित पावर प्लॉट लगे हुए हैं, जिनका कि उपयोग बहुत कम किया जा रहा है। देश की वर्तमान अधिकतम बिजली की मांग 2 लाख 10 हजार मेगावॉट है जिसमें से आधा हिस्सा बिना कोयले का उपयोग किए भी बनाया जा सकता है परन्तु केन्द्र और राज्य सरकारें अधिकतम बिजली कोयले से ही बना रही है। यह कई मामलों में महंगी भी पड रही है। कोयले पर आधारित बिजली पर हमारी निर्भरता यातायात के यह सबसे सुलभ साधन रेलगाड़ी को आम जनता से दूर कर रही है।
उपरोक्त परिस्थिति में केन्द्र सरकार को नींद से जगाने के लिये छात्र युवा नागरिक रेल्वे जोन संघर्ष समिति 25 मई बुधवार को दोपहर 12 बजे तारबाहर चौक पर केंद्रीय रेल मंत्री का प्रतीकात्मक पुतला दहन करेगी। समिति ने सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों से समय पर पहुंचने की अपील की है।