रायपुर
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चौपाटी संचालन का ठेका 15 साल के लिए दिया गया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 मई। राजधानी को सुंदर हरा-भरा बनाने नगर निगम ने करोड़ों की योजनाएं हाथ में ली हैं। वहीं दूसरी ओर जंक फुड की चौपाटी के लिए दशकों पुराने बाग-बगीचों को उजाड़ रहा है।
जीई रोड पर स्थित गुरू तेगबहादूर उद्यान के एक हिस्से में बीते दो दिनों से तोडफ़ोड़ चल रही है। यहां 20-25 साल पुराने पेड़ों को काट दिया गया है। और बच्चों के उपयोग में आने वाले झूले, फिसलपट्टी, कुर्सियों को उखाडक़र कबाड़ बना दिया गया है।
राजधानी के मध्य में वैसे भी बगीचों की कमी है। इसी उद्देश्य से निगम और जिला प्रशासन ने कलेक्टोरेट स्थित ईएसी कॉलोनी को जमींदोज ऑक्सीजोन बनाया है ताकि लोग सुबह-शाम घूम सके। लेकिन इसके ठीक सामने स्थित गार्डन को उजाड़ा जा रहा है। यह गार्डन सिखों के गुरू तेगबहादूर जी की स्मृति में दशकों पहले विकसित किया गया था। तोडफ़ोड़ कर रहे मजदूरों और ठेकेदार ने बताया कि यह तोडफ़ोड़ निगम प्रशासन द्वारा कराई जा रही है। यहां पर चौपाटी बनाने की योजना है। इसका ठेका 15 साल के लिए दिया गया है। तोडफ़ोड़ दिखे और लोगों का विरोध शुरू हो जाए इसे देखते हुए हरा पर्दा ढांक दिया गया है। मंगलवार सुबह कुछ मॉर्निंगवाकर ने देखकर पूछताछ की, तो इसका खुलासा हुआ। सद्भावना ग्रुप के मॉर्निंगवाकर्स का कहना है कि 30 साल पुराने बगीचे को उजाडऩा ठीक नहीं है। प्रशासन को चौपाटी की योजना पर पुन: विचार करना चाहिए।
राजभवन के सामने रोज रहेगी भीड़ सुरक्षा पर भी पड़ेगा असर
यह उद्यान राज्यपाल के सरकारी आवास राजभवन के ठीक सामने है। जहां चौपाटी बनाए जाने से राजभवन की सुरक्षा पर असर पड़ सकता है। चौपाटी की भीड़ में संभ्रात लोगों के साथ असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा होगा, जो कभी भी सुरक्षा के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। चौपाटी की योजना से पहले राजभवन प्रशासन को विश्वास में न लिया जाना प्रश्न चिन्ह खड़े कर रहा है।