राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 मई। फोरलेन पर बीते सोमवार शाम को एक सडक़ हादसे में शहर के युवा इंजीनियर यश चौथवानी की मौत की घटना में पुलिस ने प्रांरभिक जांच में लोक निर्माण विभाग के एसडीओ पीएस दीवान को गिरफ्तार किया है। माता-पिता और रिश्तेदारों ने एसडीओ पर हादसे में जख्मी यश को तड़पता छोडक़र भागने का आरोप लगने से पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर गिरफ्तारी की है।
परिजनों ने इस पूरे मामले में एसडीओ पर ही दोषारोपण किया है। हादसे के वक्त एसडीओ स्वयं वाहन चला रहे थे। यश चौथवानी के मोपेड को चपेटे में लेने के बाद तेज रफ्तार में एसडीओ ने सडक़ किनारे खड़ी ट्रेक्टर को भी पीछे से जोरदार टक्कर मारी। हादसे से जुड़ा वीडियो वायरल होने के बाद एसडीओ कैमरे में वाहन चलाते कैद हुआ। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने मामले की छानबीन करते एसडीओ की शिनाख्ती की।
इधर मंगलवार देर शाम को कोतवाली निरीक्षक नरेश पटेल ने एसडीओ को गिरफ्तार किया। इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में एसडीओ दीवान की गिरफ्तारी की पुष्टि की। बताया जाता है कि यश चौथवानी के मोपेड़ को एसडीओ दीवान ने अपने तेज गति वाले वाहन से बुरी तरह ठोकर मार दी। हादसे के बाद एसडीओ वाहन समेत फरार हो गए। पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए एसडीओ सरकारी अस्पताल में बीमार बताकर भर्ती हो गए। हालांकि पुलिस ने बिना रियायत दिए एसडीओ को भिलाई से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने ठाकुरटोला टोल प्लाजा के सीसीटीवी और दूसरे साक्ष्यों के आधार पर एसडीओ को पहले पूछताछ के लिए तलब किया। संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक एसडीओ के विरूद्ध जमानती धारा के तहत मामला दर्ज किया है। उधर शहर के रियल स्टेट कारोबारी अनिल चौथवानी के सुपुत्र यश चौथवानी को सडक़ में खून से लथपथ हालत में छोडऩे को लेकर भी अफसर पर लोगों की नाराजगी थी। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने लोक निर्माण विभाग के अफसर को उसके मातहत कार्यरत चपरासी के बयान के आधार पर प्रथम दृष्टया हादसे के लिए लापरवाह और गैर जिम्मेदाराना माना। इसके बाद एसडीओ को गिरफ्तार किया।