दुर्ग

मेगा कैंप में 130 बच्चों की स्वास्थ्य जांच, दिया परामर्श
25-May-2022 4:07 PM
मेगा कैंप में 130 बच्चों की स्वास्थ्य जांच, दिया परामर्श

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 25 मई।
स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला अस्पताल में चिरायु के जिला स्तरीय मेगा कैंप का आयोजन किया गया जिसमें जिले के शून्य से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों व किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। शिविर में जन्मजात रोग से ग्रसित 130 बच्चों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें परामर्श दिया गया। वहीं, सर्जरी के लिए 13 बच्चों को चिन्हांकित किया गया है।

जिला स्तरीय मेगा कैंप, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जेपी मेश्राम व सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. योगेश कुमार शर्मा के मार्गदर्शन तथा नोडल अधिकारी आरबीएस डॉ.दिव्या श्रीवास्तव व डीपीएम पद्माकर शिंदे के नेतृत्व में आयोजित शिविर में शून्य से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों व किशोर-किशोरियों के कान- नाक- गला, हृदय, मस्तिष्क, हड्डी व नेत्र रोग से संबंधित जांच की गई। फिजियोथेरेपी के साथ ही पीडि़तों को दवा वितरण भी किया गया। मेगा कैंप में डीईआईसी टीम एवं चिरायु दलों ने मरीजों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही दवा वितरण कर सराहनीय भूमिका निभाई।

श्री मेश्राम ने बताया कि बच्चों व किशोर-किशोरियों की स्वास्थ्य सुरक्षा का प्राथमिकता में रखते हुए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिला अस्पताल में जिला स्तरीय मेगा कैंप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जन्मजात हृदय रोग, कान-नाक-गला रोग, नेत्र रोग, हड्डी रोग, न्यूरो रोग, कुपोषित एंव अन्य रोग से ग्रसित बच्चों व किशोरियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर स्वास्थ्य परामर्श दिया गया। इसी तरह सर्जरी के लिए 13 बच्चों को चिन्हांकित किया गया है।

11 बच्चे हायर सेंटर रेफर
शिविर में जन्मजात हृदय रोग के कुल 70 बच्चों की जांच की गई, जिनमें 17 को सर्जरी के लिए चिन्हित किया गया है। इसी तरह छह माह बाद 29 बच्चों का पुन: स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। जांच में 17बच्चों को सामान्य के रूप में चिन्हित किया गया है तथा 11 बच्चों को हायर सेंटर रेफर किया गया है। कान-नाक-गला रोग के स्टॉल में 18 बच्चों की जांच की गई , जिसमें 3 बच्चो को कावलियर इम्पलांट के लिए चिन्हित किया गया है।
नेत्र रोग स्टॉल में 6 तथा हड्डी रोग के स्टॉल में 17 बच्चों की जांच की गई। न्यूरो जांच स्टॉल में 1 गंभीर बच्चे की जांच कर तुरंत ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया गया। इसी तरह 4 कुपोषित एवं 14 अन्य रोग से ग्रसित बच्चो के स्वास्थ्य की जांच कर परामर्श दिया गया।  

विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दी सेवाएं
शिविर के दौरान डीईआईसी जिला चिकित्सालय, दुर्ग में चिकित्सालय के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. समीत राज प्रसाद (शिशु रोग विशेषज्ञ), डॉ. विपिन (जैन हड्डी रोग विशेषज्ञ), डॉ. रिनु तिवारी (कान-नाक-गला रोग विशेषज्ञ), डॉ. बीआर कोसरिया (नेत्र विशेषज्ञ) डॉ. दिव्या चौरसिया (दंत चिकित्सक), डॉ. हंसा यादव, डॉ.अंकिता ठाकुर, फिजियोथैरेपिस्ट एवं श्री नारायणा अस्पताल, रायपुर के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ.मनोज कुमार गुप्ता एवं डॉ. दीपांकर दास ने सेवाएं दी।

अच्छी पहल- संध्या
शिविर में संध्या देवांगन (परिवर्तित नाम) अपने 13 वर्षीय पुत्र साकेत (परिवर्तित नाम) का इलाज कराने आई थी। उन्होंने बताया कि साकेत को बचपन से ही हृदय रोग की तकलीफ है। शिविर में जांच के बाद विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अब उसे सर्जरी के लिए चिन्हांकित किया है। आशा है, हमारा बच्चा अब जल्द स्वस्थ हो जाएगा। शिविर में अन्य कई बच्चों की जांच की गई जो एक अच्छी पहल है।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news