बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 मई। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में सात दिन पहले हुई एक तांत्रिक की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या की गुत्थी सुलझा ली गई है। पुलिस ने उसके करीबी युवक को ही गिरफ्तार किया है जो संतान की ख्वाहिश में पिछले दस साल से उससे झाड़-फूंक करा रहा था।
19 मई बांधाटोला, मरवाही के संतोष भैना ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके पिता दशरथ का शव खेत के पास क्षत-विक्षत हालत में मिला है। 18 मई को रात नौ बजे वह खेत में पाले गए मछली की रखवाली के लिए रोज की तरह खेत की झोपड़ी में सोने के लिए चला गया था। सुबह उसकी लाश मिली। किसी ने सिर पर चोट पहुंचाकर उसकी हत्या की है। पुलिस ने धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की तो पता चला कि दशरथ भैना पिछले 10-12 साल से साधु बनकर रहने लगा था। वह झाड़-फूंक भी करता था। मोहल्ले के बिरसू भानु (32 वर्ष) को शादी के बाद संतान नहीं थी। वह उससे झाड़-फूंक कराता था। बिरसू भानू से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या का अपराध करना स्वीकार कर लिया। आरोपी बिरसू ने बताया कि झाड़-फूंक कराने के बावजूद कोई फायदा नहीं मिलने के कारण वह गुस्से में था। 18 मई की रात को वह झोपड़ी की ओर गया वहां सोये हुए दशरथ भैना के सिर को पत्थरों से कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।