रायपुर
आरोपी के सरेंडर करने के बाद पुलिस ने तेज की छानबीन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 मई। माना डुमतराई में अनाज कारोबारी को घेरे में लेकर डकैती की वारदात को अंजाम देने वालों में फरार आरोपी अजय उर्फ अज्जू के सरेंडर करने के बाद पुलिस ने छानबीन तेज कर दी है। अजय ने पूछताछ में डेढ़ लाख रुपये रखने का खुलासा किया है जबकि पूर्व में पकड़े गए अन्य आरोपियों ने बंटवारे में पांच लाख रुपये की बात कही है। करीबी सूत्रों के मुताबिक डकैती को अंजाम देने के बाद अजय पहले अपनी बहन की शादी में पहुंचा था। इसके बाद वहां से कार्यक्रम निपटने के बाद दिल्ली फरार हो गया। उसने अपनी मां को डेढ़ लाख रुपये नगद दिए थे। अजय को हिरासत में लिए जाने के बाद डेढ़ लाख रुपये पुलिस ने जब्त किए हैं लेकिन अजय के बैंक खातों की जानकारी को लेकर भी टीम को जांच में लगाया गया है। प्रकरण में पुलिस ने अब तक दर्जनभर आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है। कथित तौर पर अजय को ही मुख्य आरोपी बताया जा रहा था। अजय की तलाश में रायपुर क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमें दूसरे राज्यों में रवाना हुई थी लेकिन अजय ने अपना फोन नंबर बंद कर दिया। लोकेशन नहीं मिल पाने के कारण क्राइम ब्रांच की तकनीकी टीम भी खाली हाथ लौटी। अचानक से अजय ने मीडिया की मदद लेकर पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया। अजय ने पुलिस कस्टडी के पहले कहा कि उसकी जान को खतरा है, इसलिए सीधे थाना तक पहुंचने निर्णय नहीं ले सका। केस की छानबीन में जुटी माना पुलिस ने संकेत दिए हैं कि कारोबारी खेतपाल से लूटी गई रकम में बड़ी राशि अजय को मिली थी। बंटवारे में ही तकरीबन पांच लाख रुपये का हिस्सा अजय को मिला था। नोटों के बंडल मिलने के साथ अजय ने वारदात की रात शहर छोड़ दिया। पहले अपनी बहन की शादी में शामिल हुआ इसके बाद जब तक पुलिस को उसके बारे में पता चलता वह दिल्ली फरार हो गया।
टेलीविजन में देखा तो बेटा लुटेरा
आरोपी अज्जू की मां ने बयान दिया है कि जब उसने डेढ़ लाख रुपये हाथ में रखे थे तभी उन्होंने रुपये कहां से आया यह सवाल किया था। अज्जू ने कहा कि दोस्त के यहां से लेकर आया हूं। कुछ समय बीतने के बाद टेलीवजन में अजय के फरार रहने की जानकारी ने होश उड़ा दिया। अज्जू को तुरंत सरेंडर करने के लिए कहा। घरवालों के दबाव बनाने पर अजय ने पुलिस के सामने आने के लिए हां कह दिया।
खेतपाल ने नोटिस का जवाब अभी नहीं दिया
प्रार्थी नरेंद्र खेतपाल ने 50 लाख रुपये की लूट का आरोप लगाया है जबकि आरोपियों के पकड़े जाने के बाद उन्होंने 20 लाख रुपये मिलने के ही दावे किए हैं। 30 लाख रुपये के हिसाब किताब को लेकर फिलहाल पुलिस की जांच ठहर गई है। मालूम हुआ है कारोबारी खेतपाल को नोटिस देकर पुलिस ने ब्योरा देने कहा है लेकिन अभी कोई जवाब नहीं मिल सका है।