सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 25 फरवरी। मंगलवार की शाम को आंधी-तूफान के कारण लखनपुर विकासखंड के तीरकेला का गौठान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। गौठान के आसपास विचरण कर रहे मवेशियों पर पेड़ की शाखाएं गिरने से तीन मवेशियों की मौत हो गई। किसानों ने शासन-प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
सरगुजा जिला सहित लखनपुर विकासखंड में 3-4 दिनों से मौसम में बदलाव नजर आ रहा है। दिनभर चिल्लाती धूप के बाद रोजाना शाम को विकासखंड में आंधी-तूफान के साथ बारिश हो रही है। मंगलवार की शाम को भी आंधी-तूफान के कारण लखनपुर विकासखंड के तीरकेला का गौठान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। शेड उड़ गया, बोर में लगा हुआ सोलर पैनल, अंजोला एवं कोटना पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है।
तिरकेला के सरपंच तुला राम, सचिव राम गोपाल साहू के द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय सिंह को क्षतिग्रस्त हुए गौठान से अवगत कराया तथा बताया कि आंधी-तूफान के कारण गौठान के आसपास विचरण कर रहे तीन मवेशियों की मौत भी हो गई।
तीरकेला निवासी किसान उमाशंकर यादव, रमाशंकर यादव, ललन यादव के गाय-बैल गौठान के आसपास विचरण करने के दौरान आंधी तूफान के कारण पेड़ की डंगाल टूटकर मवेशियों पर गिरने से तीन मवेशियों की मौत हो गई, जिससे किसानों को हजारों रुपए की क्षति हुई है।
इस संबंध में किसानों ने पशु विभाग सहित पुलिस चौकी को जानकारी दी है, साथ ही किसानों ने शासन प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।