कोरिया
शिकायत-पत्र सौंपकर तबादले की मांग की
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 26 मई। जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत मुक्तियारपारा के सचिव पर मनमानी का आरोप सरपंच के साथ पंचों एवं ग्रामीणों ने लगाया है। जन चौपाल शिविर में सरपंच सहित पंचों एवं अनेकों ग्रामीणों ने संयुक्त हस्ताक्षरित शिकायती पत्र सौंपकर सचिव के स्थानांतरण की मांग की है।
सरपंच अजय सिंह, पंच प्रमिला, सोनकुमारी, कृष्णा, शिवचरण सिंह, ज्ञान सिंह, सुमार साय, राजकुमारी, लुमनी बाई, मानसाय, रामलाल, रामदयाल, संगीता, सरोजनी, कमला बाई, शिवलाल एवं मालावती सहित अनेकों ग्रामीणों ने शिकायत में कहा कि सचिव के रूखे व्यवहार एवं हठधर्मिता की वजह से गांव के गरीब मजदूर जो वर्ष 2005 से पूर्व पूर्वजों के समय से काबिज हैं, वन अधिकार से वंचित हो रहे हैं।
शिकायत में आगे कहा गया है कि संबंधित सचिव के पंचायत भवन में नियमित नहीं बैठने से ग्रामीणों को कई जरूरी कामों के लिए भटकना पड़ता है। ग्राम सभा एवं शासन की महती योजनाओं की जानकारी तक प्रदान नहीं की जा रही है जिसकी वजह से ग्रामवासियों को पेंशन, राशन, शौचालय एवं अन्य हितग्राही मूलक कार्यों का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। बाहरी व्यक्ति जो पेशे से शिक्षक है, उन्हें ठेका देकर काम कराया जाता है जिससे गांव के लोग रोजगार से वंचित हो रहे हैं। गौठान के संबंध में समूह की महिलाओं को किसी भी प्रकार का सहयोग प्रदाय नहीं किया जाता। चंदा कर टैंकर से पानी की व्यवस्था करनी पड़ती है।
सुविधा मांगे जाने पर सचिव के द्वारा कहा जाता है कि यह पंचायत का काम नहीं है, एनआरएलएम वाले समझें। पूर्व में केल्हारी में आयोजित समाधान शिविर में उक्त सचिव के खिलाफ शिकायत कर स्थानांतरण की मांग की जा चुकी है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शिकायत में कहा गया कि सरपंच और पंचों से कोई राय-सलाह नहीं ली जाती। मनमानी तरीके से प्रस्ताव लिखकर दस्तखत करा लिया जाता है। शिकायतकर्ताओं ने उनके शिकायत की जांच कर मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
शिकायत की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरो, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ को भी प्रेषित की गई है।