बीजापुर

माहवारी स्वच्छता पखवाड़ा : पंचायत से आंगनबाड़ी तक चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
28-May-2022 10:28 PM
माहवारी स्वच्छता पखवाड़ा : पंचायत से आंगनबाड़ी तक चलाया जा रहा जागरूकता अभियान

बीजापुर, 28 मई। माहवारी स्वच्छता एवं प्रबंधन पखवाड़ा आयोजित कर ग्राम पंचायतों में किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर जागरूक करने हेतु अभियान चलाने के लिए निर्देशित  किया गया है।

उक्त निर्देश के परिपालन में  जिले के ग्राम पंचायतों में 21 से 30 मई तक मासिक धर्म (माहवारी) स्वच्छता प्रबंधन पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान 28 मई माहवारी स्वच्छता प्रबंधन दिवस में चारो विकासखंड के विभिन्न  ग्राम पंचायतों एवं ऑगनबाड़ी केन्द्रों में किशोरी बालिकाओं एवं हितग्राही महिलाओं व शालाओं के बालिकाओं को पीरियड्स यानी माहवारी एक ऐसा विषय है जिसके संबंध में आज भी हमारे समाज में खुलकर बात नहीं की जाती है। लड़कियां भी इसपर खुलकर बोलने में शर्माती हैं। जिससे इसके संबंध में लोगों का ज्ञान आधा-अधूरा ही है। इसका परिणाम यह है कि महिलाओं और किशोरियों को माहवारी के दौरान तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।  

इस चुनौती से पार पाने जागरूकता के लिए  शनिवार को माहवारी स्वच्छता दिवस को महिला एवं बालविकास विभाग व यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में  माहवारी स्वच्छता दिवस सफलता पूर्वक  जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

 जिसमें माहवारी स्वछता  पर खुलकर चर्चा हुई और लोगों को जागरूक किया गया।परियोजना अधिकारी, बाल संरक्षण अधिकारी सुपरवाईजर, वर्डविजन, जिला समन्वयक, यूनीसेफ जिला समन्वयक, सी-3 समन्वयक एवं बीजादूतीर स्वंय सेवकों द्वारा मासिक धर्म के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान महिलाओं को बताया जा रहा है कि लगभग 10-13 वर्ष की बालिकाओं में माहवारी प्रारंभ हो जाती है, यह बालिकाओं के शारीरिक स्थिति के हिसाब से उम्र कम या ज्यादा हो सकता है। इस समय बालिकाओं/महिलाओं को कौन-कौन सी परेशानियॉ होती हैं, जिसके संबंध में बालिकाओं/महिलाओं को बताया गया कि मासिक धर्म एक प्राकृतिक/शारीरिक प्रक्रिया है, जो प्रत्येक बालिकाओं/महिलाओं को होती है, जिससे डरने एवं घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, मासिक धर्म जीवन का प्रारंभ करता है, महिलाओं में गर्भधारण करने के लिए मासिक धर्म को होना एवं बालिकाओं/महिलाओं को यह भी बताया गया कि शारीरिक विकास के लिए मासिक धर्म का होना अति आवश्यक है, इस दौरान इन्हें सैनीटरी नैपकिन/पैड का ही इस्तेमाल करना चाहिए।

मासिक धर्म के दौरान बालिकाओं/महिलाओं को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जैसे पेट दर्द, पैरों में दर्द, सिर दर्द, कमर दर्द एवं चेहरे में मुहासे आना ये सब सामान्य प्रक्रिया है, इससे डरने की जरूरत नहीं है, मासिक धर्म के समय किसी बालिकाओं/महिलाओं को संकोच करने की जरूरत नहीं है, बालिकाओं को मासिक धर्म के दौरान स्कूल जाना बंद नहीं करना चाहिए ना ही किसी भी प्रकार के खेलकूद एवं बालिकाओं/महिलाओं को घरेलू कार्य भी करना चाहिए। इस दौरान बालिकाओं/महिलाओं को पौष्टिक एवं संतुलित भोजन भी लेना चाहिए, तथा मासिक धर्म के दौरान अपने शरीर को भी रोजाना साफ सुथरा रखना चाहिए। इस दौरान बालिकाओं को मासिक धर्म के संबंध में जागरूक करने हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर किशोरियो एवं महिलाओं को माहवारी से संबंधित विडीयों भी दिखाया जा रहा हैं, किशोरियों एवं महिलाओं से माहवारी स्वच्छता प्रबंधन क्विज भी आयोजन किया जा रहा हैं ।

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