जान्जगीर-चाम्पा
जांजगीर चांपा, 9 जून। एक महिला के घर संदिग्ध हालत में पाए गए तीन पटवारियों को एसडीएम ने निलंबित कर दिया है। पटवारी संघ ने भी इन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। इनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें इन्हें उनके परिवार के लोग व ग्रामीण पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक बुद्धेश्वर देवांगन, बालमुकुंद तिवारी और संतोष दास मानिकपुरी नाम के पटवारी लच्छनपुर गांव में एक महिला के यहां घुसे हुए थे। एक पटवारी की पत्नी को किसी ने इस बात की सूचना दे दी। इसके बाद उक्त पटवारी की पत्नी अपनी बहन और बेटे को लेकर उस महिला के घर के सामने पहुंच गई। उसने आसपास के ग्रामीणों को इकट्ठा कर लिया। ग्रामीणों ने महिला के घर से तीनों पटवारियों को बाहर निकाला। इसके बाद पहले महिलाओं ने फिर अन्य ग्रामीणों ने तीनों पटवारियों की जमकर पिटाई की। पूरी घटना का किसी ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटना जांजगीर-चांपा थाने के अंतर्गत हुई है। जब इस बारे में पुलिस से पूछताछ की गई तो उसने कहा कि यह आपस का मामला है कोई एफआईआर नहीं हुई है, इसलिए कार्रवाई नहीं कर पाएंगे। दूसरी तरफ प्रभारी एसडीएम ज्योति पटेल को इस घटना की जानकारी मिली और वायरल वीडियो भी उनके ध्यान में लाया गया।
पटेल ने कहा है कि यह पटवारी कहां गए थे यह उनका निजी मामला है लेकिन सार्वजनिक रूप से कोई घटना घटती है तो वह विभाग की साख पर असर डालता है। इसलिए तीनों को कलेक्टर से आदेश लेकर सस्पेंड किया गया है। उनको एसडीएम नंदनी साहू अवकाश से लौटने के बाद नोटिस जारी करेंगी।
इधर छत्तीसगढ़ राजस्व पटवारी संघ के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने कहा है कि संदिग्ध हालात में पकड़े गए तीनों पटवारियों को संघ से बर्खास्त कर दिया गया है। उनके कृत्य से संगठन की बदनामी हुई है।