बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 14 जून । आत्मसमर्पित नक्सली सोढ़ी मुया(पूर्व केरलापाल एरिया कमेटी सचिव) को उसकी पत्नी सोढ़ी वनिता व बेटी से मिलवाया गया। सोढ़ी वनिता केरलापाल एरिया कमेटी अंतर्गत नागाराम एलओएस कमांडर के पद पर सक्रिय थीं। नक्सलियों द्वारा सोढ़ी मुया की पत्नी और बच्चों को निगरानी में रखा गया था। नक्सली निगरानी के चंगुल से बचकर सोढ़ी वनिता ने बीजापुर में आत्मसर्मपण किया था। नक्सली परिवार ने सुकमा और बीजापुर पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया।
ज्ञात हो कि केरलापाल एरिया कमेटी में सचिव पद पर कार्यरत रहे सोढ़ी मुया ने नक्सलियों के भेदभाव व उपेक्षा से तंग आकर सुकमा में 9 सितंबर 2021 को एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। सोढ़ी मुया की पत्नी सोढ़ी वनिता भी केरलापाल एरिया कमेटी में तत्समय नागाराम एलओएस कमांडर व एरिया मेडिकल टीम सदस्य (ईनाम 5 लाख छ.ग. शासन द्वारा) के पद पर कार्यरत थीं।
पत्नी सोढ़ी वनिता को अपने पति के बड़े नक्सली लीडर द्वारा नक्सली संगठन में कई वर्षों से कार्यरत रहने के बावजूद उपेक्षा से आहत होकर आत्मसमर्पण की बात पता चलने पर नक्सल लीडरों के समक्ष नाराजगी जाहिर करते हुए संगठन में काम नहीं करने की इच्छा जताई थी। बड़े नक्सलियों द्वारा समझाने पर सोढ़ी वनिता के नहीं मानने पर नक्सली संगठन की ओर से सोढ़ी वनिता को उसके गृह ग्राम सांवनार जिला बीजापुर में परिजनों के पास नक्सली संगठन के सदस्यों की निगरानी में कहीं भी आने जाने पर पाबंदी लगाकर रखा था। उसकी 9 साल की बेटी भी मां के साथ गांव में निगरानी में थी।
सोढ़ी मुया ने पत्नी व बेटी से मिलवाने सुकमा एसपी सुनील शर्मा व तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स आंजनेय वाष्र्णेय (हाल पुलिस अधीक्षक बीजापुर) को अवगत कराने पर उचित माहौल बनने पर दोनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों व सुरक्षा बलों के प्रयास से सोढ़ी मुया की पत्नी व 9 साल की बेटी को सांवनार से सुरक्षित निकालकर नक्सलियों की पाबंदियों से मुक्त कराया।
सोढ़ी वनिता ने नक्सली चंगुल से मुक्त होने के बाद बीजापुर एसपी आंजनेय वाष्र्णेय के समक्ष आत्मसमर्पण किया। परिवार एक-दूसरे से लंबे अंतराल के बाद मिलकर खुश हैं एवं दोनों ने सुकमा व बीजापुर पुलिस का आभार व्यक्त किया।