सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 15 जून। सुकमा जिले के दोरनापाल में वार्ड क्रमांक 13 के अंतर्गत रेस्ट हाउस में आंधी तूफान में हुई तबाही से पीडि़त लोगों को मुआवजे की राशि समेत तेंदूपत्ता का भुगतान वितरित किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी जिला पंचायत उपाध्यक्ष बोड्डू राजा नगर पंचायत अध्यक्ष बबीता माड़वी तहसीलदार देवेंद्र सिरमौर व दोरनापाल नायाब तहसीलदार की उपस्थिति में 192 लोगों को 29 लाख 83 हजार 800 रु में से 35 मकान क्षतिग्रस्त हुए जिसका 80,000 ,फसल खराब हुई जिसका 42792 रु शेष राशि तेंदूपत्ता का भी वितरित किया गया।
गौरतलब है कि दुर्गापाल क्षेत्र में 15 दिनों पहले तेज आंधी-तूफान की वजह से 50 से अधिक परिवार के मकान क्षतिग्रस्त हुए थे वही कुछ मकान धराशाई भी हुए थे जिसके बाद मंत्री कवासी लखमा ने प्रशासन को तत्काल इन लोगों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए थे राजस्व विभाग की टीम ने पूरे इलाके का दौरा कर क्षतिपूर्ति का आंकलन किया और 15 ही दिनों में पीडि़तों को मुआवजा वितरण का कार्यक्रम रख उन्हें मुआवजा वितरित किया गया।
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता करण देव जनपद अध्यक्ष कोंटा सुन्नम नागेश , दोरनापाल ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश सिंह चौहान कोंटा ब्लॉक कांग्रेश अध्यक्ष पांडे , नगर पंचायत उपाध्यक्ष युद्धपति यादव ,दीपक चौहान ,आदर्श सिंह तोमर ,पार्षद, समेत कांग्रेस के कार्यकर्ता राजस्व विभाग के अधिकारी कर्मचारी आरआई पटवारी मडकम दूला समेत लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम से पहले उपजा झंडा विवाद
इस कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी का झंडा लगाए जाने का भाजपाई पार्षद विरोध करते नजर आए और कार्यक्रम में नगर पंचायत से आमंत्रण के बावजूद इस कार्यक्रम से दूरी बनाते नजर आए। थोड़ी देर के लिए वहां गहमागहमी का माहौल बन गया, क्योंकि जिस दरवाजे पर कांग्रेस का झंडा लगा था, उसके ठीक बगल में भाजपाइयों ने भाजपा का झंडा लगा दिया।
हालांकि समय रहते दोरनापाल थाना प्रभारी सुरेश जांगड़े ने दोनों ही पार्टी के झंडों को निकलवाकर भाजपाइयों को समझा कर मामले को शांत कर दिया, लेकिन नेता प्रतिपक्ष धर्मेंद्र भदोरिया ने प्रशासनिक कार्यक्रम में राजनीति करण का आरोप कांग्रेसियों पर लगाया है।
धर्मेंद्र भदोरिया का कहना है कि क्षतिपूर्ति की राशि वितरण का कार्यक्रम प्रशासनिक है, जिसको लेकर नगर पंचायत सीएमओ ने सभी पार्षदों, अध्यक्ष व एल्डरमैन को कार्यक्रम में शामिल होने आमंत्रण पत्र दिया है, लेकिन इस प्रशासनिक कार्यक्रम को कांग्रेस राजनीतिक श्रेय लेने की होड़ में राजनीतिकरण करना चाहती है। पीडि़तों को मुआवजा मिलना चाहिए लेकिन कांग्रेस ऐसी ओछी राजनीति तो न करें।
इस पर टिप्पणी करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने कहाकि दरवाजे में से तो झंडा निकालोगे, लोगों के दिलों से मंत्री कवासी लखमा को कैसे निकालोगे। राजनीति करने से दोरनापाल के लोगों का भला नहीं होगा। हमारी सरकार लोगों का विकास चाहती है। इससे पहले भाजपा की सरकार यहां होती थी, 15 साल में आज तक इतनी जल्दी मुआवजा लोगों को नहीं मिला। क्योंकि मंत्री कवासी लखमा यहां के लोगों से जुड़े हैं, उनका दर्द जानते हैं और उन्होंने सारी प्रक्रियाओं को बेहतर ढंग से करवाया। पिछली सरकार में लोगों को मुआवजे के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे।