गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 16 जून। गरियाबंद में सतगुरु कबीर साहेब की 625 वीं प्राकट्य दिवस के अवसर पर क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मुख्य वक्ता संत गुरुभूषण साहेब ने कहा कि कबीर ने लोगों को प्रेम का पाठ पढ़ाया, अच्छे कर्म करने का संदेश दिया। ऐसा कर्म करो कि कर्म ही पूजा बन जाए। संत ने कहा कि हम सभी कार्यों के लिए कार्य योजना बनाते हैं लेकिन जीवन कैसे जीना है और क्यों जीना है इसके लिए कार्ययोजना तय नहीं करते, इसलिए हमारे जीवन में दुख है। आज लोगों को कबीर की वाणी की आवश्यकता है।
कबीर एक अकेले ऐसे संत हैं जिनको सभी धर्म संप्रदाय के लोग मानते हैं क्योंकि कबीर ने लोगों को मानवता का पाठ पढ़ाया। संत श्री अनुकरण साहब ने कहा कबीर के चिंतन दर्शन से समाज को सच्चा अध्यात्म का बोध होता है।
भुनेश्वर साहू साहू समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष ने कहा कि हमे संत कबीर जी की शिक्षाओं के माध्यम से समाज में मिलजुल कर रहने व जात-पात का भेदभाव खत्म करने का संदेश देना चाहिए। उनके जीवन काल में किए गए समाज सुधारक कार्यो से हमें प्रेरणा लेकर समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट रहने व समाज में फैली नशा, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी को दूर करने का संकल्प लेना चाहिए। इस दौरान आरती उपरांत प्रसाद वितरित किया गया।