बालोद
आदिवासी समाज का जेल भरो आंदोलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 17 जून। आज बालोद जिले में सर्व आदिवासी समाज एवं छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना द्वारा 3 मुद्दे को लेकर रैली निकालकर बालोद जिला मुख्यालय में जेल भरो आंदोलन किया गया।
सर्व आदिवासी समाज बुढ़ादेव मंदिर परिसर से निकले और पूरे शहर का भ्रमण किया। किसी तरह की कानून व्यवस्था न बिगड़े, इसके लिए पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात रही। जिला पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित दुर्ग रेंज के आईजी स्वयं जिला मुख्यालय में मौजूद रहे। शाम 4 बजे खबर लिखे जाने तक लोगों की गिरफ्तारी चलती रही।
पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पूरे शहर में चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी और शहर में सीधे प्रवेश करने वाले मुख्य मार्ग को बंद कर दिया गया था।
पहले पूरे शहर में आदिवासी समाज के लोगों ने रैली निकाली। बाबा बालक दास के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। तत्पश्चात सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम में समाज के लोगों ने सार्वजनिक रूप से गिरफ्तारी दी।
पूर्व केंद्रीय अरविंद नेताम ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे जेल भरो आंदोलन के पीछे का 3 उद्देश्य हैं, इसमें प्रमुख रूप से जामड़ी पाटेश्वर धाम के प्रमुख बाबा बालक दास की गिरफ्तारी, सिलगेर गोली कांड और हसदेव अभयारण्य में पेड़ों की कटाई ये तीन मुद्दे हैं।
बाबा बालक दास पर बरसे सोहन पोटाई
सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक सोहन पोटाई बाबा बालक दास पर जमकर बरसते हुए नजर आए. उन्होंने मीडिया को दिए बयान में कहा कि बाबा बालक दास ही मुख्य षडय़ंत्रकारी और मुख्य आरोपी है। बड़े बाबा के देहांत के बाद उन्होंने ही आदिवासी समाज को शुद्धिकरण के नाम से लगभग 65 हजार दिए और जब समाज ने रीति-नीति निभाई तो उन्होंने उल्टा वहां पर अपने लोगों को तलवार डंडों से लैस होकर भेजा और वहां पर दंगा कराया, उस घटना के बाद से बालोद जिले में यह तनाव की स्थिति निर्मित हुई है।
जामड़ी पाट का विवाद
दरअसल कुछ दिन पहले हुए तुएगोंदी के ग्रामीणों और जामड़ी पाटेश्वर धाम के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब आदिवासी समाज बाबा बालक दास की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। यही वजह है कि आज बड़े स्तर पर जेल भरो आंदोलन किया जा रहा है।
अन्य जिलों की बल तैनात
सर्व आदिवासी समाज के जेल भरो आंदोलन को लेकर अन्य जिले से भी पुलिस फोर्स पहुंचे हैं। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। बैरिकेड्स के साथ तार और 12 फिट के टिन शेड भी लगाए गए हैं। जिला मुख्यालय पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया है। जेल भरो आंदोलन के लिए सरदार पटेल मैदान में अस्थाई जेल बनाया गया है।
हजारों ने दी गिरफ्तारी
सर्व आदिवासी समाज के महिलाएं, पुरुष, युवतियों ने पूरे शहर में भ्रमण निकाला और उसके बाद सरदार वल्लभभाई पटेल मैदान पहुंचकर सार्वजनिक रूप से गिरफ्तारी दी। इस दौरान पुलिस विभाग की टीम भी चप्पे-चप्पे पर तैनात रही।