जान्जगीर-चाम्पा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 20 जून। केंद्र सरकार द्वारा सेना भर्ती के लिए लांच किए गए नए अग्निपथ योजना का पूरे देश के राज्यों में विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है। देश के बुद्धिजीवी और रक्षा विशेषज्ञ इस योजना को बिना तैयारी और प्रभावित पक्षों से बिना सहमति के लागू करना बता रहे हैं। युवाओं के भविष्य और देश के सुरक्षा से खिलवाड़ के प्रतीक इस योजना के खिलाफ कांग्रेस सहित अन्य सभी विपक्षी दलों ने भी इसका विरोध किया है।
इसी कड़ी में जिला कांग्रेस प्रवक्ता शिशिर द्विवेदी ने अग्निपथ योजना को एक छलावा और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का षडयंत्र बताया है। उन्होंने उक्त योजना पर विरोध दर्ज कराते हुए कहा है मोदी सरकार की इस योजना के चलते सेना में स्थाई भर्ती की जगह संविदा के तौर पर भर्ती होगी, जो कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। दूसरे शब्दों में कहें तो वर्षों से सेना में भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं को धोखा मिला है। इस योजना से न सिर्फ युवाओं को नुकसान होगा, बल्कि सेना की गोपनीयता एवं विश्वसनीयता भी भंग हो सकती है।
केंद्र सरकार से इस योजना को बंद कर पहले की तरह भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने की हम मांग करते हैं। नई भर्ती प्रक्रिया से युवाओं का धैर्य टूट गया है, अगर चार साल की नौकरी ही मिले तो इसका कोई भी फायदा न तो देश को मिलेगा और न ही युवाओं को मिलेगा। सरकार केवल चार साल की नौकरी देगी, न तो पेंशन का लाभ मिलेगा न ग्रैच्युटी का फायदा मिलेगा। इसलिए सरकार पुरानी प्रणाली ही कायम रखे। चार साल के बाद केवल 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही नौकरी दी जाएगी, शेष 75 प्रतिशत को अनिवार्य रूप से रिटायर कर दिया जाएगा, ऐसे में वे दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होंगे।
पिछले दो वर्ष पूर्व युवाओं ने फिजिकल व मेडिकल टेस्ट पास किया, उनकी परीक्षा होनी थी। सरकार ने अभी तक उस पर रोक लगाई है। टीओडी लागू होने के बाद युवाओं की आर्मी परीक्षा रद्द कर दी गई है। इसीलिए पूरे देश के युवाओं की नाराजगी सडक़ पर देखी जा रही है। श्री द्विवेदी ने युवाओं से संवैधानिक अधिकार के अनुरूप अहिंसात्मक विरोध प्रदर्शन करने की अपील की है।