धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 22 जून। कलेक्टर पीएस एल्मा ने मंगलवार को गोधन न्याय योजना की समीक्षा की। कृषि एवं संबद्ध विभागों के अफसरों को गोबर खरीदी एवं वर्मी खाद बनाने के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर ने कहा कि निरीक्षण के दौरान यह देखने में आया है कि नगरीय निकायों में इधर उधर गोबर पड़ा रहता है, यानी नगरीय क्षेत्रों में सही तरीके से गोबर एकत्रित नहीं किया जा रहा है।
बैठक में कलेक्टर ने विकासखण्डवार एवं गोठानवार समीक्षा करते हुए गोबर संग्रहण और वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट के उत्पादन का संतुलन बनाए रखने के लिए कहा। साथ ही शासन के निर्देशानुसार गोठानों की ग्रेडिंग करने के भी उप संचालक कृषि को निर्देश दिए। बैठक में उप संचालक ने बताया कि जिले में कुल 269 सक्रिय गौठान हैं जिनमें से 262 ग्रामीण क्षेत्रों में और शेष 07 नगरीय निकायों में स्थित है। अब तक तीन लाख 47 हजार 818 क्विंटल गोबर पशुपालकों से खरीदा गया है जिसमें से 66 हजार 269 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट और 9 हजार 463 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट तैयार किया गया है। इनमें से 49 हजार 566 क्विंटल वर्मी खाद और चार हजार 855 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट खाद बेचा जा चुका है जो कुल तैयार खाद का क्रमश: 75 और 51 प्रतिशत है। गौठान में 16 हजार 702 क्विंटल और चार हजार 608 क्विंटल खाद बची है।
कलेक्टर ने इन खादों के अधिकाधिक विक्रय के लिए लगातार किसानों को प्रोत्साहित व प्रेरित करने तथा जैविक खाद को लेकर उन्हें जागरूक करने पर जोर दिया।
सीईओ ने अफसरों से मांगा जवाब
बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया के द्वारा पूछे जाने पर बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सभी गोठानों की जी-मैपिंग और जियो टैगिंग का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि नगरीय निकायों में स्थित गोठानों में यह कार्य शीघ्र पूरा करा लिया जाएगा। साथ ही यह भी बताया गया कि सभी गोठानों की गुणवत्ता के आधार पर ग्रेडिंग पूर्ण कर ली गई है। उन्होंने यह भी निर्देशित कि यदि किसी गोठान में वर्मी टांके बनाने की आवश्यकता है तो तत्काल प्रस्ताव तैयार कर जिला पंचायत को भेजें। इसके अलावा बैठक में विभिन्न एजेंडों पर चर्चा की गई। जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा जल जीवन मिशन की बैठक में 3 एजेंडों पर प्रस्तावों का कलेक्टर ने अनुमोदन दिया। उन्होंने इन योजनाओं की गुणवत्ता पर निगाह रखने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सभी अनुविभागीय अधिकारियों को सतत दौरा कर मैदानी स्तर पर समीक्षा करने और संबद्ध विभाग से समन्वय स्थापित कर हल निकालने के लिए विभाग के कार्यपालन अभियंता एसआर सोनकुसरे को निर्देशित किया।
30 योजना की अनुबंध लागत प्रशासकीय स्वीकृति राशि से अधिक कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बैठक में कार्यपालन अभियंता ने कलेक्टर के समक्ष तीन एजेंडों के अनुमोदन पर प्रस्ताव रखते हुए बताया कि सिंगल विलेज जलप्रदाय योजना की 30 योजनाओं की अनुबंधित लागत योजना की प्रशासकीय स्वीकृति राशि से अधिक होने के कारण उनकी पुनरीक्षित स्वीकृति के लिए प्रस्ताव रखा।