धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 23 जून। महाप्रभु जगन्नाथ, भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा देवी को देवस्नान कराने के साथ ही शहर में 21 दिवसीय रथयात्रा महोत्सव आरंभ हो गया। पुजारियों ने मंत्रोच्चार के साथ 5 नदियों से लाए गए पानी से महाप्रभु को महास्नान कराया। इसके बाद महाप्रभु का दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी।
एक जुलाई को रथयात्रा निकलेगी। मठ मंदिर चौक स्थित श्री जगदीश मंदिर में विशेष अनुष्ठान की रस्म शुरू हो गया है। बुधवार को दोपहर 1 बजे महाप्रभु को पवित्र गंगा नदी, यमुना नदी, महानदी समेत 5 नदियों का पवित्र जल के साथ ही समुद्र के जल से स्नान कराया गया। पुजारी बालकृष्ण शर्मा और पं. गौरव शर्मा ने वैदिक मंत्रों का उच्चारण करते हुए विशेष पूजा-अर्चना कराया।
मान्यता है कि महाप्रभु को स्नान कराने के बाद भगवान अस्वस्थ हो जाते हैं, जिनका विशेष काढ़ा उपचार चलता है। मंदिर में महाप्रभु को दी जाने वाली विशेष औषधि काढ़ा प्रसादी का वितरण 26 से 29 जून तक सुबह 7.30 बजे किया जाएगा। 30 जून को सुबह 9.30 बजे महाप्रभु की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव होगा।
विशेष हवन-पूजन के साथ यह रस्म होगा। इसके दूसरे दिन 1 जुलाई को शहर में रथ यात्रा निकलेगी। दोपहर 1.30 बजे बैंड बाजे की धुन पर महाप्रभु जगन्नाथ, भैया बलभद्र और सुभद्रा देवी रथ में सवार होकर ननिहाल जाएंगे। श्री राष्ट्रीय गौशाला (जनकपुर) में 11 दिनों तक विश्राम करने के बाद 12 जुलाई को दोपहर 2 बजे वापस लौटेंगे।
रामलीला मैदान स्थित गौशाला परिसर में रथ का मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। कोरोना संकट को देखते हुए बीते साल मंदिर में ही विधि-विधान से विशेष पूजन किया था। दो साल से यात्रा नहीं निकल रही थी। इस बार 1 जुलाई को रथयात्रा महोत्सव मनेगा। मंदिर में भगवान की सेवा पुजारी बालमुकुंद शर्मा परिवार कर रहे हैं। यह उनकी तीसरी पीढ़ी है। चौथी पीढ़ी के रूप में उसके पुत्र गौरव शर्मा सेवा दे रहे हैं।