दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुम्हारी, 24 जून। भारतीय जनता पार्टी कुम्हारी मंडल के द्वारा जनसंघ के संस्थापक, महान राष्ट्रभक्त, प्रखर वक्ता, देश की एकता अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अपने प्राणों का बलिदान देने वाले एक देश एक निशान, एक विधान, एक प्रधान का मंत्र देने वाले श्रद्धेय डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि कुम्हारी मंडल के द्वारा कुम्हारी बस्ती कर्मा भवन में मनाया गया। सर्वप्रथम पुष्पांजलि करते हुवे दीप प्रज्वलित की गई तथा उनके अमर शहीद होने का नारे लगाई गई।
इस बलिदान दिवस कार्यक्रम के संचालनकर्ता मंडल महामंत्री कैलाश सोनकर थे, इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम मांझी प्रकोष्ठ जिला संयोजक राजू निषाद ने कहा की एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान नहीं चलेगा का मूल मंत्र देने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे। इन्ही की विचारधारा से प्रेरित होकर 5 अगस्त 2019 को धारा 370 एवं आर्टिकल 35 को समाप्त किया गया। मुखर्जी जी ने मुस्लिम लीग की पश्चिम बंगाल विभाजन को अपने कुशल नेतृत्व एवं राष्ट्रवादी विचारधारा के द्वारा बंगाल का विभाजन नहीं होने दिया। मुखर्जी जी कोलकाता के एक प्रतिष्ठित परिवार में जन्म लिए, आप प्रखर राष्ट्रवादी नेता रहे, सबसे कम (32वर्ष) उम्र में कोलकाता यूनिवर्सिटी के कुलपति बनने का गौरव प्राप्त है। इंग्लैंड से बैरिस्टर की पढ़ाई करके लौटे एवं पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं वित्त मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दी, 21 अक्टूबर 1951 में आप ने जनसंघ की स्थापना की।
भिलाई जिला सह कोषाध्यक्ष राकेश पांडेय ने मुखर्जी के राष्ट्र के प्रति विचारों को याद कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए, और उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि देश को नेहरू परिवार एवं शेख अब्दुल्ला परिवार विभाजन की नीति के तहत आज तक राज्य करते आ रहे हैं उनके इन्हीं नीतियों का पुरजोर विरोध डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया और आज ही के दिन 23 जून 1953 को जम्मू कश्मीर में उनकी रहस्यमई मौत हो गई, कार्यक्रम का समापन पार्षद ओंकार प्रसाद मारकंडे ने किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मंडल अध्यक्ष पीएन दुबे पूर्व मंडल अध्यक्ष माखनलाल कोसरिया, नेता प्रतिपक्ष लोकेश साहू, वार्ड नंबर 15 पार्षद श्रीमती रागिनी निषाद, मंडल उपाध्यक्ष विरेंद्र सिंह, मंडल उपाध्यक्ष फिंगेश्वर साहू, मंडल उपाध्यक्ष श्रीमती सुनीता कुर्रे, मंडल मंत्री गीता निर्मलकर, महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती तृप्ति चंद्राकर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।