धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 25 जून। जिले में ऑयल कंपनियों की ओर से पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति नहीं की जा रही है। इससे तेल की किल्लत लगातार बढ़ रही है। ऐसे में जिले के कई पेट्रोल पंप (पेट्रोल-डीजल नहीं) सूख गए हैं। ऐसे में वाहन चालकों की परेशानी बढ़ गई है। डीलरों को 48 घंटा पहले एडवांस पेमेंट करने के बाद भी ऑयल कंपनियों की ओर से पर्याप्त मात्रा में डीजल और पेट्रोल की आपूर्ति नहीं की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक जिले में 42 पेट्रोल पंप हैं। यहां प्रतिदिन औसतन 4 लाख लीटर पेट्रोल और डीजल की खपत होती है। वर्तमान में एडवांस पेमेंट करने के बाद भी ऑयल कंपनियों की ओर से पेट्रोल पंपों में पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल- डीजल की आपूर्ति नहीं की जा रही है। ऐसे में डीलरों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। आपातकालीन स्थिति से निपटने भी कई डीलरों के पास पेट्रोल और डीजल उपलब्ध नहीं है।
पंप एसोसिएशन ने जताई नाराजगी
एडवांस पेमेंट करने के बाद भी पेट्रोल डीजल की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति नहीं होने को लेकर ऑल इंडिया पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने अपनी नाराजगी जताई है। उन्होंने केंद्र सरकार को लिखित में पत्र प्रेषित कर व्यवस्था को दुरुस्त बनाने की मांग की है। व्यवस्था नहीं सुधरने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
कृषि कार्य भी हो सकता है प्रभावित
किसान रमेश साहू, गोविंद साहू, भोलानाथ, उमाकांत पटेल ने कहा कि वर्तमान में खरीफ सीजन की तैयारी में किसान जुटे हैं। मताई समेत अन्य कार्यों के लिए किसान ट्रैक्टरों का उपयोग करते हैं। ऐसे में यदि पेट्रोल डीजल की आपूर्ति प्रभावित हुई तो कृषि कार्य भी इससे प्रभावित हो सकता है। कृषि कार्य के दिनों में पेट्रोल-डीजल की किल्लत ने किसानों की समस्या बढ़ा दी है।
तेल कंपनियों को हो रहा घाटा
जानकारी के मुताबिक देश की पेट्रोल-डीजल बेचने वाली प्राइवेट तेल कंपनियों को एक लीटर डीजल और पेट्रोल 125 प्रति लीटर में पड़ रहा है। केंद्र सरकार ने डीजल का रेट करीब 96 रुपए प्रति लीटर और पेट्रोल का रेट लगभग 98 रुपए प्रति लीटर तय किया है। इस वजह से तेल कंपनियों को घाटा हो रहा है। इसे देखते हुए सप्लाई कम कर दी गई है। इसका सबसे ज्यादा असर रिलायंस और एचपी के पेट्रोल पंपों पर देखने को मिल रहा है।