धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 25 जून। कृषि विज्ञान केन्द्र, धमतरी में नगरी दूबराज पर क्रेता-विक्रेता का संगोष्ठी आयोजन किया गया। धमतरी जिले में नगरी के किसानों को उनकी अपनी नगरी दूबराज धान के किस्म को ब्रांड नेम मिल गया है। नगरी दूबराज धान की किस्म को जीआई टैग (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) मिल चुका है।
कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख इंजीनियर अमित कुमार सिन्हा ने नगरी दूबराज की खासियत के बारे में बताया कहा कि यह सुगंधित होता है और यह किस्म की बाजार में अच्छी मांग है। किसानों को जैविक पद्धति से उत्पादन करने की आवश्यकता है।
इस तारतम्य में डॉ. शक्ति वर्मा ने बताया की नगरी दूबराज के रासायनिक खेती करने से सुगंध में कमी आती है, बाजार मूल्य में कमी आती है। जैविक खेती कर मूल्य एवं उसके मांग में वृद्धि की जा सकती है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के वरिष्ठ अनुसंधान सहायक डॉ. सत्यपाल सिंह द्वारा पॉवरप्वांइट प्रदर्शन द्वारा नगरी दुबराज के वैज्ञानिक एवं जैविक उत्पादन तकनीक के विषय में किसानों को जानकारी दी।
वैज्ञानिक प्रेमलाल साहू द्वारा नगरी दूबराज का उत्पादन ले रहे किसानों के बहुत से समस्याओं एवं प्रश्नों का निराकरण किया गया। नगरी दूबराज का उत्पादन जैविक ढंग से करने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम में डॉ. देवयानी शर्मा, छत्तीसगढ़ हर्बल प्रायवेट लिमिटेड एवं तरुण साहू, कृषि युग प्रायवेट लिमिटेड, बिलासपुर विक्रेता ने इस चर्चा पर सम्मिलित होकर कृषकों को नगरी दूबराज के विक्रय के लिए चैनल एवं उसकी गुणवत्ता संरक्षण पर चर्चा की।
इस बैठक में प्रगतिशील कृषकों की भागीदारी रही। उन्होंने क्रेता-विक्रेता मंच के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त हुई। बताया कि वे अपना उत्पाद किसे और कहां बेच सकते हैं।
इस बैठक में वैज्ञानिक डॉ. वेधिका साहू, डॉ. दीपिका चन्द्रवंशी, डॉ. वंदना शुक्ला कार्यक्रम सहायक एवं प्रक्षेत्र प्रबंधक श्री आशीष बंजारे उपस्थित थे।