कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
फरसगांव, 25 जून। कोंडागांव में ज्यादातर अधिकारी कर्मचारियों को शासकीय भवन नहीं मिल पाया, जिसके चलते कर्मचारियों को किराए की भवन में रहने की मजबूरी है। जिन कर्मचारियों को पुराने जर्जर आवास की सुविधा मिल रही है, वह बारिश में परेशानी का सबब बना हुआ है।
गौरतलब है कि फरसगांव नगर में अधिकांश शासकीय कर्मचारी भवन सालों पुराने होने से इनकी हालत बहुत खराब हो चुकी है। इनमें से कई भवन क्षतिग्रस्त अवस्था में पहुंच गए हैं, तो कई भवनों की दीवारों में दरारें देखने को मिल रही हैं।
पिछले चार साल से अधिक समय से फरसगांव जनपद कार्यालय के पीछे सर्व सुविधा युक्त अधिकारी कर्मचारी भवन का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन आज तक पुरा नहीं हो पाया। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल संभाग कोंडागांव द्वारा उक्त भवन का निर्माण किया जा रहा है। इतने समय के बाद भी आज तक उक्त निर्माणाधीन भवन के सामने कोई जन सूचना बोर्ड लगाए नहीं है, साथ ही निर्माणाधीन भवन बनने से पहले ही जर्जर हो रही है।
दो साल में बनने वाला भवन पांच साल में भी पुरा नहीं हो पाया
गृह निर्माण मंडल कार्यालय कोंडागांव से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त भवन 04, करोड़ 88 लाख रुपए लागत की है तथा विनोद कुमार जैन नामक ठेकेदार द्वारा निर्माण करवाया जा रहा है। उक्त भवन का निर्माण प्रारंभ अगस्त 2017 से शुरू हुआ और 2 वर्ष के अंदर इसका निर्माण पूरा होना था। लेकिन आज लगभग पांच वर्ष के बाद भी भवन अधूरा पड़ा हुआ है। इस भवन पर कोई जिम्मेदार अधिकारी का ध्यान अब तक नहीं गया और न ही ठेकेदार पर उचित कार्यवाही की गई
हाऊसिंग बोर्ड के ईई पीएल साहू से कर्मचारी भवन निर्माण में देरी के संबंध में बात करने पर उन्होंने कहा कि उक्त निर्माणाधीन भवन के ठेकेदार के पास और भी निर्माण कार्य है। कांकेर में भवन पूरा करने के बाद फिर फरसगांव का कर्मचारी भवन पूरा करेंगे। निर्माण से पूर्व जर्जर स्थिति के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि काम अभी चल रहा है इसलिए ऐसी स्थिति है काम पूरा होने के बाद उसमें सुधार कर दिया जाएगा। जन सूचना बोर्ड के बारे में पूछने पर उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की।