रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खरसिया, 26 जून छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन तहसील शाखा खरसिया की बैठक छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के जिला संयोजक शेख कलीमुल्लाह की अध्यक्षता में तथा कमल सिदार अध्यक्ष छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ जिला शाखा रायगढ़, आईसी मालाकार उपाध्यक्ष एवं विनय मोहन ठेठवार संगठन सचिव छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ जिला शाखा रायगढ़ की उपस्थिति में संपन्न हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए शेख कलीमुल्लाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार कर्मचारियों की जायज मांगों को भी नजरअंदाज कर रही है। आज महंगाई भत्ता गृह भाड़ा में के लिए हमें संघर्ष करना पड़ रहा है .महंगाई भत्ता वेतन का एक हिस्सा है और महंगाई भत्ता केवल इतना ही दिया जाता है जितना बाजार में महंगाई बढ़ती है।
शासन द्वारा महंगाई भत्ता बाजार सूचकांक के आधार पर कर्मचारियों की क्रय शक्ति को बाजार में बनाए रखने के लिए दिया जाता है। महंगाई भत्ता पाना कर्मचारियों का मौलिक अधिकार है इस अधिकार का हनन छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किया जा रहा है मौलिक अधिकार हनन के खिलाफ संघर्ष ही एकमात्र रास्ता है। हमारा संघर्ष छत्तीसगढ़ शासन के भेदभाव कारी नीतियों के भी खिलाफ भी है क्योंकि शासन द्वारा अपने ही प्रदेश में कार्यरत कर्मचारियों को तीन तरह का महंगाई भत्ता दे रहा है इसलिए अब हम अपने संघर्ष के रास्ते से मौलिक अधिकार को प्राप्त करेंगे और शासन की अन्याय कारी नीतियो का महारैली कर मुखालिफत करेंगे।
महारैली को सफल बनाने के लिए सभी संगठनों के प्रांत अध्यक्ष प्रदेश के सभी जिलों में, सभी जिला शाखा अध्यक्ष जिले के सभी तहसील एवं विकास खंड में बैठक कर कर्मचारियों को प्रेरित कर रहे हैं. आप सब की एकजुटता से हम शासन को बाध्य करेंगे कि वे हमारे मौलिक अधिकार केंद्र के समान 34 फीसदी महंगाई भत्ता तथा केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता के लिए आदेश जारी करें। हमें पूरा विश्वास है कि आप सब की एकजुटता से हम अपने उद्देश्य में सफल होंगे।
महारैली को सफल बनाने के संकल्प के साथ बैठक का समापन हुआ। समापन पूर्व आए हुए अतिथियों तथा बैठक में उपस्थित कर्मचारियों का आभार प्रदर्शन छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ तहसील खरसिया के अध्यक्ष नोहर गबेल द्वारा किया गया।