महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 26 जून। नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर के विरुद्ध 10 कांग्रेस पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया जिसका चार जुलाई को सम्मिलन की तिथि निर्धारित है। इससे पहले कल भाजपा को दोहरा झटका लगा है। भाजपा के दो पार्षद सरला गोलू मदनकार व कमला बरिहा ने कल शनिवार को विधायक निवास जाकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है। दोनों ने मीडिया को दिए बयान में कहा है कि वार्ड में विकास कार्य नहीं हो रहा था। इसी से क्षुब्ध होकर उन्होंने पार्टी छोड़ी और कांग्रेस प्रवेश किया है। दोनों पार्षदों के भाजपा छोडऩे से कांग्रेस मजबूत हो गई है और 30 सदस्यीय परिषद में अब कांग्रेस के निर्दलीय सहित 15 सदस्य हैं। जबकि निर्दलीय सहित भाजपा के पास 14 पार्षद हैं। एक पार्षद आम आदमी पार्टी की है, जो फिलहाल कांग्रेस खेमे के साथ है।
मालूम हो कि महासमुंद नगर पालिका परिषद में भाजपा पार्षद प्रकाश चन्द्राकर अध्यक्ष हैं। वहीं कांग्रेस पार्षद कृष्णा चंद्राकर उपाध्यक्ष हैं। चर्चा है कि 4 जुलाई को यदि सम्मिलन में सभी 30 पार्षद पहुंचे और मतदान किया तो अविश्वास प्रस्ताव में प्रकाश को नपाध्यक्ष की कुर्सी बचाने 11 मत चाहिए। जबकि कांग्रेस को अविश्वास प्रस्ताव पारित कराने 21 मत चाहिए। कांग्रेस जोड़तोड़ में लगी है। जिसका ताजा उदाहरण कल शनिवार सुबह विधायक निवास में देखा गया।
इस वक्त महासमुंद नगर पालिका में कांग्रेस अब 16 पार्षदों की संख्या में है। बहुंत के लिए 21 पार्षद बनाने उसे अब भी पांच पार्षद चाहिए। बताना जरूरी है कि वार्ड 14 की पार्षद सरला मदनकार के पति गोलू मदनकार नपाध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर के काफी करीबी माने जाते हैं। उनके पक्ष में पडऩे वाले वोटो में पहला नाम इन्ही का लिया जाता था। जबकि वार्ड पांच की पार्षद कमला बरिहा पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा की कट्टर समर्थक मानी जाती रही हैं। डॉ. विमल ने ही कमला बरिहा को वार्ड पांच से भाजपा पार्षद के लिए टिकट दिलाई और चुनाव अभियान में प्रचार भी किया। दोनों के पार्टी छोडऩे से भाजपा पार्षद दल चिंता में है।
शनिवार को पार्षद सरला गोलू मदनकार व कमला बरिहा जब संसदीय सचिव निवास पहुंचे तो उनके साथ पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष त्रिभुवन महिलांग ने भी कांग्रेस प्रवेश किया। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कांग्रेस प्रवेश करने वालों का मुंह मीठा कराकर व कांग्रेस का गमछा पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान कांग्रेस के शहर अध्यक्ष खिलावन बघेल, जनपद अध्यक्ष यतेंद्र साहू, नगरपालिका उपाध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर, नेता प्रतिपक्ष राशि महिलांग, वीरेंद्र चंद्राकर, त्रिभुवन महिलांग, जनपद सदस्य कुणाल चंद्राकर, पार्षद बबलू हरपाल, जसबीर ढिल्लो, बादल मक्कड़, गोलू मदनकार, दीपक ठाकुर, सूरज नायक, दिलीप चंद्राकर, चूड़ामणि चंद्राकर, रेखराज साहू, मानिक साहू, गजेंद्र साहू, शैलेंद्र सेन आदि मौजूद थे।
संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने भाजपा पार्षदों के कांग्रेस प्रवेश करने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अध्यक्ष की कार्यशैली को लेकर पार्षदों में नाराजगी है। इसी वजह से उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। पहले भी कई पार्षदों ने कांग्रेस प्रवेश किया है। क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों से प्रभावित होकर पार्षदों ने कांग्रेस प्रवेश किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए नगरपालिका में कांग्रेस का अध्यक्ष बनना तय है।