बिलासपुर
बिलासपुर, 26 जून। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने आपात काल को लोकतंत्र और मानवाधिकारों के खिलाफ काला अध्याय बताते हुए मीसाबंदियों को देश के लिए अनुकरणीय बताया। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में अघोषित अपातकाल चल रहा है।
अग्रवाल ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में गबन के आरोपी राहुल गांधी को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ की पूरी सरकार और विधायक जनता के हितों के लिए भेंट मुलाकात को छोडकर दिल्ली में ईडी के सामने धरना दे रहे हैं। राज्य के किसान खाद, उर्वरक और बीज के लिए आस लगाये बैठे हैं। उन्होंने कहा कि एतिहासिक अग्निपथ योजना को केवल दलगत राजनीति के आधार पर विरोध किया जा रहा है। जो लोग बैंक खाते में 15 लाख दिये जाने पर कटाक्ष करते थे वो सरकार द्वारा युवाओ को 4 वर्षों में 24 लाख दिये जाने पर युवाओं को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। प्रदेश की पुलिस सेवा, प्रादेशिक सेना सशस्त्र बलों में अन्य राज्यों की तर्ज पर स्थान सुरक्षित करना चाहिए। अग्रवाल ने कहा कि राज्य में भूपेश बघेल के नेतृत्व में अड़ंगेबाजी की सरकार चल रही है। राज्य सरकार में बिखराव की स्थिति है किसानों,युवाओं, श्रमिकों और प्रदेश वासियों से किये गये वायदे पूरे करना तो दूर विधायक और मंत्रियों से किये वायदों से भी मुख्यमंत्री ने किनारा कर लिया है और अब इसी कारणों से उन्हें महाराष्ट्र की स्थिति का अंदेशा दिखाई दे रहा है। ऐसे हास्यास्पद है कि आदतन में पुनः केन्द्र सरकार पर स्वयं के दल में सिरफुटव्वल का ठीकरा फोड़ने में लगे हुए हैं।