बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 27 जून। भारतीय जनता पार्टी कोटा मंडल द्वारा आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम मन की बात को सुनने एवं इस देश पर लगाए गए आपातकाल के विषय में अपने वक्तव्य रखने के लिए, बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद लखनलाल साहू उपस्थित थे।
पूर्व सांसद द्वारा बताया गया कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा 25 जून 1975 को इस देश पर आपातकाल लागू किया गया था जो कि लोकतंत्र की हत्या थी, इस आपातकाल में देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन किया गया था। प्रेस की आजादी पर रोक लगा दी गई थी। साथ ही विपक्ष के सभी बड़े नेताओं जिसने इस देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडीज के साथ ही विपक्ष के लोगों को जेल में डाल दिया गया था, साथ ही इस देश पर सभी राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई थी और आपातकाल के द्वारा जेल में डाले गए लोगों को नहीं न्यायालय में आवेदन करने और जमानत लेने का अधिकार भी नहीं दिया गया था।
अपने तानाशाही फैसले से इस देश के लोकतंत्र को तार-तार कर दिया गया था। इस देश पर हमेशा कांग्रेस ताना शाही राज्य स्थापित करने का प्रयास किया है , परन्तु भारतीय जनता पार्टी हमेशा इनके विरोध में रही है और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमारे देश के कई नेताओं ने अपने प्राणों की आहुति दी है। साथ ही इस आपातकाल के दौरान कोटा भारतीय जनता पार्टी मंडल के नेता रहे स्वर्गीय डॉ मोतीलाल गुप्ता, एवं स्व मोहन लाल नामदेव के में उनकी धर्मपत्नी का घर में शाल श्रीफल से सम्मान किया गया।
इस अवसर पर कोटा मंडल के अध्यक्ष महाराज सिंह नायक , उपाध्यक्ष दुर्गेश साहू, महामंत्री राम कुशल साहू ,सांसद प्रतिनिधि प्रदीप कौशिक, गायत्री साहू संगीता रोहणी , सविता नामदेव , शकुंतला सोनी , महेंद्र साहू , गोविंद साहू , अमरनाथ साहू पार्षद लखनलाल साहू , देवकिशन साहू , मोहन पुरी , राजू साहू , सूरज साहू , कीर्ति पुरी गोस्वामी ,और बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी कोटा मंडल पदाधिकारी के कार्यकर्ता उपस्थित थे।