सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 29 जून। ब्लॉक मुख्यालय में सोमवार को ईडी, महंगाई, अग्निपथ के विरुद्ध कांग्रेस का भटगांव विधानसभा स्तरीय एक दिवसीय धरना प्रदर्शन विधायक व संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े की अगुवाई में किया गया। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार ओपी सिंह को ज्ञापन सौंपा है।
सौंपे गए उक्त ज्ञापन में केंद्र सरकार द्वारा तानाशाही रवैया अपनाते हुए विपक्ष की आवाज को दबाने के उद्देश्य से ईडी सीबीआई जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। सोनिया गांधी व राहुल गांधी को पूछताछ के नाम पर मानसिक यातनाएं दी जा रही हैं। देश के युवाओं के साथ छल करते हुए अग्निपथ योजना लाई है जिसे लेकर युवा वर्ग में भारी आक्रोश व निराशा है। यही कारण है कि इस योजना के आने के बाद आंदोलन हो रहा है पेट्रोलियम पदार्थ के मूल्यों में लगातार वृद्धि से जनता त्रस्त है इसके कारण लगातार महंगाई बढ़ रही है।
धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक व संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने कहा कि आम जनता के आवाज को सदन में उठाना अब कठिन हो गया है। संसद में जब हमारे नेता महंगाई बेरोजगारी पर आवाज बुलंद करते हैं तो ईडी से डराया जा रहा है।
नेशनल हेराल्ड पर उन्होंने कहा कि घाटे में जाने के कारण 90 करोड़ का भुगतान कर्मचारियों व व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने भुगतान किया था। अभी केंद्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है, इसलिए केंद्र सरकार हिटलर शाही अपनाई हुई है। शासकीय संस्थाओं का निजीकरण करने में लगी हुई है उन्होंने कर्नाटक मध्यप्रदेश का हवाला देते हुए कहा कि इन प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार थी जहां शासकीय तंत्र का दुरुपयोग कर सरकार गिरवा दी और अपनी सरकार बना ली। वर्तमान में महाराष्ट्र में यही खेल जारी है।
धरना प्रदर्शन को रावेंद्र प्रताप सिंह,मुकेश अग्रवाल,मंदेश गुर्जर, लवकेश गुर्जर, आर के ओझा, भगवती राजवाड़े, विनय गुप्ता, सुभाष गोयल, छतर लाल सांवरे सहित अन्य कई कांग्रेसी नेताओं ने संबोधित किया। मंच का संचालन प्रदीप राजवाड़े व शांतनु सिंह के द्वारा किया गया।
इस दौरान हीरालाल राजवाड़े, दीप्ति स्वाइन, दुर्गा सारथी, गोवर्धन सिंह,मनिहारी लाल, सूरज गुप्ता मद्मेश्वर साहू, संजय सिंह,मानिक चंद गुप्ता,अजय प्रताप सिंह, राजू गुप्ता, नूर आलम, संतोष सारथी, राहुल सिंह,आशीष प्रताप सिंह व सेवादल सहित एनएसयूआई के सभी कार्यकर्ता सहित ग्रामीण काफी संख्या में उपस्थित थे।