सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
विश्रामपुर, 29 जून। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी आषाढ़ माह के द्वितीय शुक्ल पक्ष को प्रभु जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन पुरी ओडिशा की तर्ज पर उत्कल समाज द्वारा शुक्रवार को आयोजित किए जाने की तैयारी पूर्ण कर ली गई है । कोविड महामारी की वजह से गत 2 वर्ष तक नगर भ्रमण पर रोक के कारण, इस वर्ष समाज ने जोरों शोरों से तैयारी की है। वहीं इस वर्ष रथ के स्वरूप में कई बदलाव भी किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि विश्रामपुर उत्कल समाज के द्वारा प्रत्येक वर्ष ओडिशा पुरी की तर्ज पर धूमधाम से रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी 14 जून को परंपरा अनुसार प्रभु जगन्नाथ स्नान पर्व पश्चात बीमार पड़ते हैं और 15 दिवस तक काढ़ा सेवन कर स्वस्थ होते हैं, तत्पश्चात अपनी बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र के साथ अपनी मौसी के घर (गुंडिचा मंदिर) के लिए अपने रथ में सवार होकर निकलते हैं और 9 दिवस तक मौसी के घर में रहने के पश्चात वापस अपने मंदिर में विराजते हैं, जिसे बहुड़ा यात्रा के नाम से जाना जाता है। इन्हीं सारी परंपराओं के तहत 1 जुलाई शुक्रवार को विश्रामपुर जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा निकलकर संपूर्ण नगर शहर में भ्रमण करते हुए आरटीआई स्थित सरस्वती मंदिर अपने मौसी के घर को जाएंगे।
उक्त यात्रा बस स्टैंड से होते हुए अंबेडकर चौक से माइनस कॉलोनी होते हुए आरटीआई कॉलोनी पहुंचेगी, जिसके लिए उत्कल समाज ने संपूर्ण तैयारी पूर्ण कर ली है।
संपूर्ण वैदिक एवं धार्मिक आयोजन, अनुष्ठान जगन्नाथ मंदिर पुरोहित पंडित सुशांत मिश्र द्वारा संपन्न किया जाएगा।
गौरतलब है कि संपूर्ण जिले में एकमात्र बिश्रामपुर उत्कल समाज द्वारा ही प्रत्येक वर्ष रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है, जिसमें नगर सहित जिले के आसपास क्षेत्रों से भी श्रद्धालु भारी संख्या में सम्मिलित होते हैं।