बस्तर
राजनीतिक दलों से निर्विरोध निर्वाचन की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 29 जून । आज नगर के सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जनजाति गौरव समाज के संरक्षक केदार कश्यप ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू के रूप में एक जनजाति वर्ग की महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर भाजपा के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने जो पहल की है, उसका छत्तीसगढ़ जनजाति गौरव समाज स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव काल में एनडीए गठबंधन द्वारा संथाल जनजाति की एक महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का निर्णय ऐतिहासिक है।
केदार कश्यप ने कहा कि भारतीय परंपरा एवं संस्कृति का अभिन्न घटक और एक गौरवशाली परंपरा का वाहक होने के बावजूद भी देश के जनजाति समाज को वर्षों से उपेक्षा का शिकार होना पड़ा। देश के ऐसे एक बड़े समाज घटक की महिला को देश के सर्वोच्च पद पर बिठाने की जो पहल एनडीए सरकार ने की है, इसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और एनडीए के सभी के सभी घटक दलों का अभिनंदन करते हैं। देश के 12 करोड़ से ज्यादा जनजाति समाज के लिए ये गौरव और सम्मान की बात है।
ओडिशा की रहने द्रौपदी मुर्मू का संपूर्ण जीवन संघर्षमय रहा है। अत्यंत प्रतिकूल परिस्थति में राजनीतिक क्षेत्र में काम करते हुए उन्होंने राजनीति के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र में भी अपना एक स्थान बनाया। इसी कारण झारखंड जैसे राज्य की राज्यपाल बनने का सौभाग्य भी उनको प्राप्त हुआ था। सामाजिक, राजनीतिक और राज्यपाल जैसे प्रतिष्ठित पद पर कार्यरत रहते हुए जो अनुभव उन्होंने प्राप्त किया है, उसका उपयोग राष्ट्रपति पद पर नियुक्ति होने के बाद संपूर्ण देश को होगा ऐसा हमारा विश्वास है।
जनजाति गौरव समाज के संरक्षक राजाराम तोड़ेम ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि एनडीए के नेतृत्व वाली वर्तमान केन्द्र सरकार ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर सामाजिक परिवर्तन की दृष्टि से एक सराहनीय कदम उठाया है। जनजाति समाज की सर्वागींण उन्नति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट करने का एक अवसर सभी राजनीतिक पार्टियों को आगामी राष्ट्रपति पद के चुनाव में प्राप्त हुआ है। इसलिए देश की सभी राजनीतिक पार्टियों ने एक होकर द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति पद पर निर्विरोध चुनने की दृष्टि से पहल करने का आवाहन भी हम सभी राजनीतिक पार्टियों से करते हैं।
जनजाति समाज मनाएगा उत्सव
जनजाति समाज के सदस्यों ने बताया कि छत्तीसगढ़ जनजाति गौरव समाज द्रौपदी मुर्मू जी के निर्वाचन के दिन छत्तीसगढ़ के समस्त जिला मुख्यालय में पटाखे फोडक़र तथा मिठाई बांटकर उत्सव मनाएगी और पदभार के दिन भी सभी विकासखंडों में पदभार कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा जाएगा तथा फटाखे फोडक़र मिठाई बांटकर उत्सव मनाया जाएगा।
आरक्षण खत्म करने संबंधी एक प्रश्न के जवाब में जनजाति गौरव समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि आरक्षण की आवश्यकता तब तक है जब तक कि आदिवासी समाज की भागीदारी अन्य समाजों की तरह शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में पर्याप्त नहीं हो जाती, अब तक आदिवासी समाज को देश प्रदेश में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। जिस दिन आदिवासी, समाज के प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिनिधत्व नहीं मिल जाता तब तक आरक्षण आवश्यक है।
प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग
जब पत्रकारों ने पूछा -क्या आदिवासी समाज प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग करेगा ?, इसके जवाब में जनजाति गौरव समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि चूंकि प्रदेश आदिवासी बहुल है, इसलिए आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग तो स्वाभाविक है, हर बार आदिवासी समाज मांग करता भी है परंतु ये विषय राजनीतिक पार्टियों का है चूंकि मुख्यमंत्री का चुनाव विधायक दल करता है, इसलिए उनके चुनाव में आदिवासी समाज हस्तक्षेप नहीं कर सकता ।