दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 29 जून। प्रदेश की कांग्रेस सरकार का विकास केवल पाटन क्षेत्र तक ही सिमटा हुआ है। कांगे्रस ने जिन वायदों और घोषणा पत्र से चुनाव जीता, वह आज तक कागजों में ही सिमटा हुआ है। घोषणा पत्र में बेरोजगारी भत्ता सहित कई लुभावने वायदे किए, युवा वर्ग को छला और अब अग्निपथ योजना का विरोध कर युवाओं को कांग्रेसी गुमराह कर रहे हैं।
बुधवार को पत्रकार वार्ता में राज्यसभा सांसद डॉ. सरोज पाण्डेय ने कहा कि प्रधानमंत्री की युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा हेतु अग्निपथ योजना क्रांतिकारी और परिवर्तनकारी पहल है, इससे युवाओं को राष्ट्र सेवा और देश के लिए कुछ कर गुजरने का एक अमूल्य अवसर मिला है।
सरोज ने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना अपना घर इसलिए नहीं बचा पाई, क्योंकि हिन्दुत्व पार्टी की छवि से चुनाव जीता और सरकार बनाने पार्टी के नीति नियमों से ही समझौता कर लिया। अब जबकि उनका घर टूटा है तो भाजपा टूटे को बनाने मदद अवश्य कर सकती है।
उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना से युवाओं की क्षमता व कौशल का निर्माण होगा, साथ ही देश का रक्षा तंत्र और भी सशक्त होगा। चार साल की सेवा के बाद सबसे बेहतरीन 25 प्रतिशत वीरों को नियमित कैडर में जगह मिलेगी। शेष 75 प्रतिशत अग्निवीर केंद्रीय पुलिस बल, सीआरपीएफ, राज्य पुलिस बल व अन्य सरकारी या कॉर्पोरेट नौकरियों में चयन के लिए प्रतिस्पर्धा करने बाले अन्य उम्मीदवार की तुलना में अधिक सक्षम होंगे और योग्यता के आधार पर नौकरी पाने में सफल होंगे।
उन्होंने कहा कि विपक्षीय दल इस योजना को गलत तरीके से लोगों तक पहुँचा रही है। जहां तक कांग्रेस के एक विधायक ने युवाओं को उकसाने का काम किया है। जिसकी भारतीय जनता पार्टी कड़़ी निंदा करती है। प्रदेश सरकार ने चुनाव में जो घोषणाएं की थी, उन्हें पूरा करे उसके बाद ही भाजपा से सवाल करें।
सरोज ने कांग्रेस के सत्याग्रह आंदोलन को नौटंकी बताते हुए कहा कि कांग्रेस व विपक्ष देशहित की योजना का विरोध करती है, देश की सम्पति को जो नुकसान हुआ है, उसके पिछले भी विपक्षी दलों का ही हाथ है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, असम और हरियाणा सरकार ने भी अपने-अपने राज्यों की पुलिस और अन्य संबंधित सेवाओं में भर्ती के लिए अग्निवीरों को प्राथमिकता देने का ऐलान किया है। कई निजी संस्थान भी इसके लिए आगे आए हैं और उन्होंने केंद्र सरकार के साथ मिल कर इस पर काम करने की इच्छा जताई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने भी कहा है कि आयोग अग्निपथ योजना के तहत सशस्त्र बलों में शामिल होने वाले अग्निवीरों के कौशल को मान्यता देने की दिशा में काम करेगा।
आगो कहा कि अग्निवीर योजना के माध्यम से युवाओं को न केवल दुनिया की सबसे अनुशासित और प्रोफेशनल आर्मी के साथ काम करने का अवसर मिल रहा है बल्कि ये योजना उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त भी कर रही है। वेतन के अलावा सेवा अवधि पूरी होने पर उन्हें 11 लाख 71 हजार कर मुक्त सेवा निधि पैकेज मिलेगा, जिससे वो आर्थिक रूप से भी सशक्त होंगे। अग्निपथ के तहत वायु सेना में 24 जून और थल सेना में दिसंबर से भर्ती होगी। देश में सभी राज्यों की पुलिस मिला कर लगभग दो करोड़ पुलिस के जवान हैं।
असम राइफल्स में 65 हजार, रेलवे पुलिस में 76 हजार, सीआरपीएफ में 3 लाख, बीएसएफ में 2.75 लाख, एसएसबी में 95 हजार, आईटीबीपी में 90 हजार सीआईएसएफ में 1.64 लाख जवान है। इन सब में अग्निवीरों को प्राथमिकता मिलेगी।
पत्रकार वार्ता में भाजपा के जिलाध्यक्ष विरेन्द्र साहू, महामंत्री मार्कण्डेय तिवारी, नपाध्यक्ष जामुल ईश्वर ठाकुर, प्रमोद अग्रवाल, संतोष सिंह, प्रवक्ता सुभाष शर्मा, भूषण अग्रवाल सहित अन्य उपस्थित थे।
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