धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 30 जून। रेत खदान संचालक द्वारा हथियार और बाहरी गुण्डों के दम पर गांव में आतंक फैलाने से डरे सहमे सैकड़ों ग्रामीण सरपंच एवं ग्राम पटेल की अगुवाई में थाना पहुंच खदान बंद कराने एवं ठेकेदार के इशारे पर निर्दोष ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर रद्द करने की मांग रखी।
बुधवार को ग्राम पंचायत नारी के सैकड़ों ग्रामीण ट्रैक्टरों में सवार होकर थाना घेरने कुरुद पहुंचे। आक्रोशित ग्रामीणों ने एसडीएम श्री कृपाल, एसडीओपी श्री केसरी,नयाब तहसीलदार श्री कुरैटी टीआई प्रणाली वैध को बताया कि रेत उत्खनन के काम में जब से बाहरी लोगों का हाथ में गया है, महानदी तट किनारे बसे कई गांवों का माहौल अशांत हो गया है। अवैध उत्खनन का विरोध करने पर रेत ठेकेदार के गुर्गों द्वारा आए दिन महिलाओं की बेइज्जती, और हमें उठवा देने एवं अंदर करवा देने की धमकी देते हैं। उनके बुलाने पर बातचीत के लिए जब कभी गांव के जिम्मेदार लोग जाते हैं तो वे रिवाल्वर और बंदूक समाने रख बात करते हैं।
गांव वालों को खदान में काम देने का वायदा कर रेत निकालने की शुरुआत करने वाले ठेकेदार काम कराने के बाद हमारी मजदूरी भी नहीं दे रहे हैं। पैसा मांगने पर मंगलवार की रात अशोका रानीतराई जिला दुर्ग निवासी कल्याण सोनवानी द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई, जिसमें पुलिस ने धारा 323, 294,506 के तहत गोपी,पीलू राम, कोमल एवं अन्य लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।
अपनी आपबीती सुनाते हुए ग्रामीणों ने अफसरों को बताया कि रोज़ कमाने खाने वाले हम गरीब लोगो ने जब अपना हक़ मांगा तो हमारे उपर पुलिस केस करा दिया। डरे सहमे गांव वालों की फरियाद सुन राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम ग्रामीणों को साथ लेकर नारी खदान पहुंची तो वहां कोई नहीं मिला।
एसडीएम के आदेश पर प्रतिबंधित अविधि में रेत उत्खनन में प्रयुक्त होने वाली रैम्प को तोडऩे के लिए कोई जेसीबी मशीन नहीं मिली, अंतत: अफसर बिना किसी कार्यवाही के मौके से बैरंग लौट आए।
इस संबंध में एसडीओपी अभिषेक केसरी ने बताया कि नारी गांव के पीलूराम सोनकर की रिपोर्ट पर रेत ठेकेदार संजय बिहारी के विरुद्ध धारा 249,323,506 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर पुलिस जांच कर रही है।