रायगढ़
सर्प दंश पीडि़त बच्ची ने उपचार के अभाव में तोड़ा दम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 जुलाई। आज के वैज्ञानिक युग में भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोग कई प्रकार के टोटके, तंत्र-मंत्र विद्या को प्रभावी मानते हैं। ऐसा ही एक मामला अंधविश्वास के नाम पर एक मासूम बच्ची की मृत्यु का सामने आया है। जहां लैलूंगा के एक गांव में सर्पदंश से पीडि़त एक बच्ची की झाडफूंक की वजह अस्पताल पहुंचने में देरी के चलते जान चली गई।
घटना गांव पिपराही तहसील- लैलूंगा की है। दरअसल 10 वर्षीया पूजा सिदार पिता कमल साईं सिदार बीती रात तकरीबन 10:30 बजे घर पर सोई हुई थी कि नाग सांप ने उसे डस लिया। परिजनों ने तत्काल अस्पताल ले जाने की बजाय झाड़ फूंक कराना उचित समझा।लेकिन झाड़ फूंक के दौरान पूजा की हालत बिगड़ती चली गई तब जाकर तकरीबन डेढ़ बजे परिजनों को उसे अस्पताल ले जाने की सूझी मगर अफसोस की तब तक बहुत देर हो चुकी थी और अस्पताल ले जाने के दौरान ही पूजा ने दम तोड़ दिया।पूजा की मृत्यु से भडक़े परिजनों ने अपनी लापरवाही का गुस्सा उस सांप पर निकाला और उसे मारकर जलाकर दिया। जबकि एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो यदि तत्काल पूजा को मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई गई होती तो पूजा की जान बचाई जा सकती थी।