गरियाबंद
बीमारी से बचने माता के चरणों में किया जल का छिडक़ाव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 1 जुलाई। अभनपुर विकासखण्ड के ग्राम कोलियारी में माता पहुंचनी का पर्व बड़ी धूमधाम व परंपरागत ढंग से मनाया गया। सुबह से शीतला माता मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। ग्रामवासी सर्वप्रथम मां शीतला एवं ग्राम की सभी आराध्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर ग्राम वासियों के साथ सेवा जसगीत गाते हुए गांव का भ्रमण कर शीमला मंदिर में पहुंचे। ग्रामवासियों द्वारा मां शीतला को नीम की पत्ती, हल्दी, तेल आदि से स्नान कराकर विशेष पूजा अर्चना की गई तथा भोग प्रसाद चढ़ाया गया। लोगों ने माता शीतला से अपने परिवार सहित गांव व क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिए कामना की।
शुभ कार्य करने से पहले मां शीतला की उपासना जरूरी-मोहन
आप नेता मोहन चक्रधारी ने बताया कि गांव में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले पूरे गांव के लोग मां शीतला की उपासना करते हैं। इससे उनकी मनोकामनाएं पूरी होती है। उन्होंने बताया कि ऐसा माना जाता है कि वर्षा ऋतु के आरम्भ में विशेष पूजा अर्चना की जाती है जिससे बरसात कीट प्रकोप का अनिष्ट हो, फसल में लाभ हो। हर वर्ग के लोग चावल, दाल व नारियल सहित अन्य भोग शीतला माता में चढ़ाते हैं। वहीं पुजारी-बैगा द्वारा पवित्रता के लिए नीम के पत्ती से जल का छिडक़ाव किया जाता है। माना जाता है कि नीम के प्रभाव से रोग व कष्टों का निवारण होता है। आज के दिन से ही गुप्त नवरात्रि का आरम्भ हो जाता है। मोहन चक्रधारी ने बताया कि कोलियारी का शीतला मंदिर प्रांगण पर्यटन स्थल के रूप में है। यहां से गुजरने वाले कोई भी यात्री एक बार जरूर रूककर माता के दर्शन करता है। इस दौरान मुख्य रूप से शीतला मंदिर के पंडा रमेश चक्रधारी, पूरन निषाद, संतोष पटेल, विनोद चक्रधारी, पुरषोत्तम चक्रधारी, राजेन्द्र चक्रधारी, गोपाल चक्रधारी एवं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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