महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 जुलाई। जून महीने के अंतिम दिन 30 जून तक जिले में 101.5 मिमी बारिश हुई है। ये आकड़ा 18 जून से 30 के बीच हुई बारिश से पूरी हुई है। वहीं पिछले साल यह आकड़ा 15 जून तक पहुंच गया था। तब 30 जून तक 208.4 मिमी बारिश हुई थी। इस साल मानसून दो दिन लेट से पहुंचा, लेकिन सही ढंग से सक्रिय नहीं हो पाया है। इसके कारण अच्छी बारिश नहीं हो पा रही है। मानसून आने के बाद भी बारिश का व्यापक असर नहीं दिख रहा है।
मानसून के जानकारों की मानें तो गुजरात-केरल के तटीय इलाके में बनने वाले निम्न दाब को माना जा रहा है। यह द्रोणिका पश्चिम के हवा के साथ प्रदेश में आने वाली नमी को अपनी ओर खींच रही है। इसकी वजह से जून माह में बारिश की स्थिति कमजोरी रही। काले बादल छा रहे हैं लेकिन बारिश का असर नहीं दिख रहा है। प्रदेश में मानसून पहुंचे दस दिन से अधिक बीत गया है। वहीं प्री मानसून में भी बारिश नहीं हुई।
मालूम हो कि बता दें कि महासमुंद में औसत से 47 मिमी कम बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश सरायपाली ब्लाक में 16 मिमी दर्ज की गई है। वहीं बागबाहरा में सहबसे कम 2.8 मिमी बारिश हुई है जबकि हासमुंद में 5.1 बसना में 11.4 मिमी बारिश हुई है। परसों बुधवार रात को करीब आधे घंटे बारिश हुई है। इससे किसानों को थोड़ा फायदा हुआ है। बोआई व जोताई का समय चल रहा है। किसान इन दिनों खेतों में व्यस्त हैं।