महासमुन्द
महासमुंद, 1 जुलाई। आषाढ़ गुप्त नवरात्रि कल गुरूवार से प्रांरभ हो गई है और यह 8 जुलाई तक चलेगी। इस पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा काली की पूजा अराधना होगी। इसी बीच विनायक चतुर्थी पर्व भी मनेगी। इस दिन अबूझ मुहूर्त है। कहा जाता है कि गुप्त नवरात्रि देवी की साधना और उपासना के प्रमुख दिन होते हैं। इस नवरात्रि में सभी प्रकार के यंत्रों, मंत्रों व तंत्र की सिद्धि की जाती है। इसके अलावा विशेष धार्मिक अनुष्ठान भी इस दिन किए जा सकते हैं। खरीददारी के लिए भी ये दिन शुभ है। इसमें काली, तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, धुमावती, बंगलामुखी, मातंगी और कमला की पूजा की जाती है।
गुप्त नवरात्र पर्व में देवी मंदिरों में कल गुरूवार से शुरू होते ही पूजा अर्चना शुरू हो गई है। गुप्त नवरात्र का समापन 8 जुलाई को होगा। इस दिन भड़ली नवमी है। कहा जाता है कि साल में चार नवरात्रि होती है जिसमें दो गुप्त और दो उजागर होती है।
चैत्र और अश्विन माह की नवरात्रि प्रमुख होती है। वहीं आषाढ़ और माघ माह में गुप्त नवरात्रि के नाम से जानी जाती है। चारों नवरात्रियों में मां अंबे, भगवती, दुर्गा, काली की अराधना की जाती है। तंत्र सिद्धि के लिए गुप्त नवरात्र प्रमुख काल यानी विशेष होता है।