दुर्ग
इंटक और इस्पात श्रमिक मंच मिलकर लड़ेंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 1 जुलाई। बीएसपी में मान्यता यूनियन चुनाव की प्रक्रिया शुरू होते ही यूनियनों की गतिविधियां तेज होने लगी है। इस चुनाव में जीत के लिए राजनीतिक दलों की तरह कर्मचारी संगठन भी गठबंधन की संभावनाएं तलाशने लगे हैं। लंबे समय से इंटक और इस्पात श्रमिक मंच के बीच गठबंधन को लेकर चल रही चर्चा पर गुरुवार को विराम लग गया। इंटक के राष्ट्रीय महासचिव संजय सिंह ने दोनों दलों द्वारा साथ मिलकर चुनाव लडऩे की घोषणा की है।
विदित हो कि स्टील एंप्लाइज यूनियन इंटक पिछले चुनाव में प्रतिनिधि यूनियन बनने में सफल रही थी, वहीं इस्पात श्रमिक मंच बीते तीन चुनाव से दूसरे और तीसरे नंबर पर रहा है। इस बार चुनाव को लेकर माहौल बदला हुआ है। सुविधाओं में कई तरह की कटौतियां और 58 महीने बाद हुआ वेतन समझौता 9 महीने बीतने के बाद भी अधूरा होने से कर्मियों में यूनियनों के प्रति गुस्सा है।
बीएसपी कर्मियों के इस रूख को भांपने के बाद यूनियनों की परेशानी बढ़ गई है और कुछ यूनियन ने राजनीतिक दलों की तर्ज पर गठबंधन की संभावनाएं तलाशना शुरू कर दिया है।
कल इंटक कार्यालय में यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव संजय सिंह ने इस्पात श्रमिक मंच के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ बैठक की और संयुक्त रूप से चुनाव लडऩे पर सहमति बना ली गई है। इन दोनों यूनियन के बीच संयुक्त रूप से चुनाव लडऩे पर समझौता कुछ शर्तों के साथ हुआ है। बैलेट पेपर में इंटक का चुनाव चिन्ह होगा, जिस पर मंच के सदस्य भी मुहर लगाएंगे।
जानकारी यह भी मिली है कि बीएसपी वर्कर्स यूनियन भी बीएमएस के साथ मिलकर चुनाव लडऩे की योजना पर काम कर रहा है लेकिन दोनों ही दलों की विचारधारा अलग होने की वजह से चर्चा आगे नहीं बढ़ पाई। अन्य यूनियन भी गठबंधन को लेकर एक-दूसरे के संपर्क में हैं।
कल हुई गठबंधन बैठक में दोनों यूनियन के पदाधिकारियों में सहमति बनी है कि आने वाले चुनाव में सम विचार वाली यूनियन मिलकर चुनाव लड़ेंगी ताकि कर्मचारियों की लंबित मांग को पूरा करने में सफलता मिले।