रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जुलाई। मुजगहन स्थित एक्सिस बैंक के घोटाले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। मंडी बोर्ड को भेजे गए मेल की जांच पुलिस ने अब तेज कर दी है, खासकर से कथित डॉन के बारे में पड़ताल चल रही है। पुलिस को अब इस मामले में पूरा शक है कि मैनेजर को एक करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि कमीशन में देना तय था। बाकी लोगों के बीच भी 16 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा करने के बाद कमीशन बांटने को लेकर मामला बिगड़ गया। कमीशन देने दगाबाजी के चलते गिरोह के बीच में से ही किसी ने फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ कर दिया। बैंक में सबसे बड़े सायबर फ्राड के मामले में अब पुलिस सायबर एक्सपर्ट की मदद ले रही है। जिस डॉन के नाम से मेल पहुंचा है, उसका सोशल लिंक खंगाला जा रहा है। माना यही जा रहा है कि जिसने मेल किया था, उसे पूरे फर्जीवाड़े के बारे में जानकारी थी।
पुलिस कर चुकी है मैनेजर के कमीशन का खुलासा
ऐक्सिस बैंक के मैनेजर संदीप रंजन दास के घर से नगदी रकम बरामद होने के बाद पुलिस ने कमीशन में मोटी रकम वसूल करने का खुलासा किया है। पूरे फर्जीवाड़ा को अंजाम देने के बदले मैनेजर ने एक करोड़ बीस लाख रुपये मांगे थे। मैनेजर से लंबी पूछताछ के बाद इस बात का खुलासा हो सका। घर में दबिश देकर पुलिस ने तलाशी ली। यहां से कुछ दस्तावेज भी जुटाए।
कागज के एक्सपर्ट जांच में और खुलासे संभव
जो चेक पुलिस को मिले हैं और जिस तरह से बैंक से राशि दूसरे खातों में पहुंचाया गया है सील और मुहर की जांच के लिए लैब का सहारा लिया जा रहा है। पुलिस ने संकेत दिए हैं कि मुहर और चेक में किए गए हस्ताक्षर के एक्सपर्ट जांच के बाद कई और बड़े खुलासे होंगे। इस ओर जांच करने के बाद बैंक प्रबंधन की भूमिका के बारे में भी पता चल सकेगा।
राज्य के बाहर से लौट आई पुलिस टीमें
बैंक फर्जीवाड़ा के मामले में राज्य के बाहर अलग-अलग शहरों में जांच के लिए भेजी गई टीमें वापस हो गई है। सायबर सेल से टीआई समेत बाकी स्टाफ को रवाना किया गया था। आरोपियों के ठिकाने पर पतासाजी कर टीम ने अहम दस्तावेज जुटाए। पुलिस का कहना है जिस तरह से फर्जीवाड़ा कर रकम दूसरे शहरों में फैलाया गया है।