सरगुजा
चेंबर ऑफ कॉमर्स व कैट ने भी दिया समर्थन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 2 जुलाई। राजस्थान के उदयपुर जिले में हुई कन्हैयालाल हत्याकांड के विरोध में सरगुजा बंद का व्यापक असर देखने को मिला। सुबह से शहर के सभी बाजार पूरी तरह से बंद रहे। केवल दवा दुकानें व डेयरी समेत आवश्यक सेवाएं खुली रहीं। बंद को लोगों ने स्वस्फूर्त समर्थन दिया।
ज्ञात हो कि कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को हिंदू संगठनों के छत्तीसगढ़ बंद की अपील को लेकर नगर में एनाउंस भी किया था। जिसका पालन करते हुए लोग अपनी दुकानें, होटल व व्यवसाय बंद रखे। इस दौरान सुरक्षा व शांति व्यवस्था के लिए जगह-जगह पुलिस बल को तैनात किया गया था। चौक-चौराहों पर पुलिस बल के जवान खड़े रहे, वहीं पुलिस पेट्रोलिंग की टीम नगर में गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था व बंद का जायजा लेती रही। शहर बंद होने से लोगों को जरुरत के सामानों की खरीददारी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। बंद से सबसे ज्यादा परेशान बाहर से आए यात्रियों को हुआ, जिन्हें चाय-नाश्ते के लिए भटकना पड़ा। हालांकि बस स्टैंड के अंदर कुछ दुकानें खुले रहने से यात्रियों ने थोड़ी राहत की सांस ली।
बंद को निजी शैक्षणिक संस्थानों ने भी समर्थन दिया। उन्होंने भी शुक्रवार की देर शाम बच्चों के अभिभावकों को मोबाइल पर मैसेज कर शनिवार को स्कूल बंद होने की सूचना दे दी थी। इस कारण अभिभावक भी अपने बच्चों को स्कूल न भेजने के लिए निश्चिंत रहे। एकाध स्थानों में निजी स्कूल खुले रहने से बंद कराने निकले कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झूमाझटकी की भी हुई।
शनिवार को जहां शहर पूरी तरह से बंद दिखा, वहीं दोपहर 12 बजे अम्बिकापुर गांधी चौक स्थित दुर्गा मंदिर में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित अन्य हिंदू संगठनों के लोग जमा हुए और जमकर नारेबाजी की। दुर्गा मंदिर के सामने से हिंदू संगठनों ने रैली भी निकाली। इस नगर बंद को चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं कैट ने भी पूरा समर्थन दिया।
होलीक्रॉस स्कूल के पास थाना प्रभारी व घड़ी चौक के पास पुलिस से झूमाझटकी-
नगर बंद के दौरान विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित अन्य हिंदू संगठन के लोग स्कूल बंद कराने होलीक्रॉस स्कूल के पास पहुंचे थे। इस दौरान गांधीनगर थाना प्रभारी द्वारा होलीक्रॉस स्कूल का गेट बंद कर दिए जाने से कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचा दिया। जमकर नारेबाजी के बीच कुछ देर बाद गेट को खोल दिया गया एवं होलीक्रॉस स्कूल की छुट्टी कर दी गई।
दुर्गा मंदिर से कार्यकर्ता घड़ी चौक पर पहुंचे, यहां पहले से मौजूद पुलिस बल के साथ कार्यकर्ताओं की झूमाझटकी हुई। कार्यकर्ता आगे जाना चाह रहे थे, जिसे पुलिस ने रोक दिया। पुलिस से नोकझोंक के पश्चात विश्व हिंदू परिषद व अन्य संगठनों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंप हत्यारों पर कठोर कार्रवाई करते हुए फांसी दिए जाने की मांग की है।
नगर बंद के दौरान भाजपा नेता अनुराग सिंहदेव, अनिल सिंह मेजर, अखिलेश सोनी, अम्बिकेश केसरी, विनोद हर्ष, नीलेश सिंह, विहिप के जिला संयोजक अशोक अग्रवाल, मनोज गुप्ता सहित सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।