बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 3 जुलाई। एलॅन्स पब्लिक स्कूल में बीसवां स्थापना दिवस धर्मेन्द्र सिंह, आईपीएस जिला पुलिस अधीक्षक, जिला के सानिध्य में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वर्तमान समय मे हम संक्रमण काल से गुजर रहे हैं। ऐसे कुहासे के क्षण में शिक्षा की ज्योति और प्रकाश के बल बूते मानव की अज्ञानता को मिटा सकते हैं। शिक्षा एक ऐसा हथियार है जो सभी के दिल व मष्तिस्क को बदलकर उसे उपयोगी बना देता है। हम शिक्षा को जितना बाटेंगे उतना ही बढ़ता हैं। शिक्षा का दान सबसे बड़ा दान है। अत: स्कूल प्रशासन एवं प्रबंधन तथा शिक्षक-शिक्षिकाओं का योगदान अनुपम है। विद्यार्थियों से अपील है कि वे अपनी माता-पिता तथा गुरूजनों का अनुसरण करते हुए विद्या का निरंतर अध्ययन करें क्योंकि दुनिया की सभी समस्याओं का समाधान शिक्षा से ही संभव है। शिक्षा की प्राप्ति हेतु कड़ी मेहनत व निरंतरता के सहारे आगे बढ़ते हुए अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। आप सभी को मेरी शुभकामनाएँ।
स्कूल प्रबंधक कमलजीत अरोरा ने कहा कि आज से ठीक उन्नीस साल पहले, जब बेमेतरा जिला नहीं बना था। तब एलॅन्स स्कूल की नींव रखी गई। जो आज पुष्पित, प्रल्लवित होकर विशाल वट वृक्ष का रूप ले लिया है। जिसके छाँव तले घर से दूर लेकिन घर जैसा माहौल में नौनिहाल विद्यार्थी अपने ज्ञान की श्रीवृद्धि में लगे हुए हैं। विद्यार्थी अपने जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत, सतत प्रयास एवं अनुशासन पर अमल करें। अगर जरा सी भी चूक, आलस्यता की और हम मौका दूसरे को दे देते हैं। अत: पूरी समर्पण के साथ विद्यालयीन जीवन को जीएँ और संजीदगी के साथ जीएँ। साथ ही अभिभावक की जिम्मेदारी अहम है, जिनके सहयोग के बिना शिक्षा असंभव है
प्राचार्य डॉ. सत्यजीत होता ने कहा कि जब विद्यार्थी एलॅन्स स्कूल से विद्या अदध्यान कर बाहर जाए तब वे अपने जीवन में आई हुई समस्यों का समाधान स्वयं करे तथा निरंतर विद्या अदध्यान करने वाले विद्यार्थी बाहरी अरजक्त तत्वो के बहकाओ मे न जाकर विपरीत परिस्थियों मे भी अपनी नैतिकता को न भूले, हमारी उन्नति और विकास तभी होगा, जब हम सच्चे मन से विवेक पूर्ण तथा वैज्ञानिक सोच के साथ चिंतन एवं कार्य करेंगे। विद्यार्थी अपने जीवन में जितना ज्यादा जानने की ललक रखेगा वह उतना ही परिपक्व और संज्ञानात्मक दृष्टि से मजबूत होगा विद्यालय के बीसवें स्थापना दिवस के शुभ घड़ी में पितृ पुरूष एवं संरक्षक स्वर्गीय जसपाल सिंह अरोरा के तैल्य चित्र में श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके स्वप्न, दूरदर्शीता, सेवाभाव, एवं अतुलनीय योगदान को याद किया गया।
इसके पूर्व माँ सरस्वती की प्रतिमा में माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, पाश्चात्य गीत व पंजाबी नृत्य, आदिवासी परब नृत्य, एलॅन्स बैंड की प्रस्तुती, एरोबिक्स नृत्य, चित्र कला प्रदर्शनी, एलॅन्स स्कूल के सफर को दर्शाती चित्रपट मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा।स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा एवं शौर्य से क्षमता को प्रकट करने वाले विद्यार्थियों को माननीय धर्मेन्द्र सिंह, जिला पुलिस अधिक्षक के करकमलों से एथलेटिक्स मे राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त प्रतियोगियों को एकलव्य अवार्ड , ब्रेवरी अवार्ड (नदी मे डूबते हुए बच्चे का बचाव), प्रज्ञा अवार्ड, ऑनर कार्ड, स्टेट एंड नेशनल लेवल डिसकॅवरी स्कूल कम्पीटिशन अवार्ड देकर प्रोत्साहित किए।
आज के इस शुभ दिवस को यादगार बनाने के लिए स्कूल प्रबंधन के अध्यक्ष कमलजीत अरोरा के द्वारा प्रमुख अभ्यागत धर्मेन्द्र सिंह, जिला पुलिस अधिक्षक को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन अविनाश चंद्राकर, जिया सलुजा, आशीष, तान्या सलुजा, अदिति शर्मा, प्रिया अग्रवाल ने किया। तथा आभार प्रदर्शन टी.श्रीनिवास राव ने किया।समारोह में मुख्य रूप से डायरेक्टर पुष्कल अरोरा, स्कूल प्रशासक सुनिल शर्मा, भुपत महराज, शिक्षक-शिक्षिकाएँ एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।