बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 जुलाई। जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरीश एस जी के मार्गदर्शन व जिला परियोजना अधिकारी के कुशल निर्देशन में जिले के विकाखण्ड स्तरीय असाक्षरों को साक्षर करने के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की थी। इस कार्ययोजना के माध्यम से बुनियादी साक्षरता और अंक ज्ञान के साथ असाक्षरों का कौशल विकास, जीवन कौशल, वित्तीय साक्षरता, कानूनी साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, सतत शिक्षा और बुनियादी शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया था।
असाक्षरों के लिए इस विशेष पाठ्यक्रम को पढऩा लिखना अभियान नाम दिया गया। बिना कोई वेतनमान जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहयोग से खमतराई, बहतराई, उरतुम, धुमा, जैसे विभिन्न ग्रामीण परीक्षेत्रों में सर्वे का कार्य किया व ‘स्वयंसेवी शिक्षक का प्रशिक्षण ले कर पढऩा-लिखना अभियान संचालित किया और संचालन के लिए प्रौढ़ शिक्षा, आखर झाँपी व पढऩा-लिखना मोबाइल एप का सहयोग लिया गया। इस पढऩा लिखना अभियान में बिलासपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना युवा स्वयं सेवक शिक्षक आकाश सोनी, ओमप्रकाश, नीलम, मनीषा, परदेशी, विभांशु अवस्थी, गौरव यादव, चितरंजन राठिया, आदि इनके द्वारा किए गए।
उत्कृष्ठ पौढ़ शिक्षा के लिए जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा सम्मानित किया गया। इस समापन कार्यक्रम के दौरान आकाश व उनके साथी ने कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के असाक्षर की निरक्षरता उन्मूलन के लिए साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन युवा टीम के माध्यम से आगे भी करते रहेंगे।
कार्यक्रम के समापन में डी.के कौशिक (जिला शिक्षा अधिकारी) जेके पाटले (डी. पी.ओ.), सुनीता ध्रुव ( ए.बी.ई.ओ ), पूनम सिंह (रिसोर्स पर्सन), राजेश ठाकुर (बी. पी.ओ.) रविन्द्र बागड़े (शिक्षक) ने युवा स्वयं सेवक प्रशिक्षकों को कहा कि समाज में सभी लोगों को साक्षर बनाने के सरकार के अभियान में जुडक़र नए आत्म-निर्भर भारत के निर्माण में सहयोग दे। आपके सहयोग पर ही इस अभियान की सफलता निर्भर करती है। इस समापन कार्यक्रम में जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के, विकास कुमार लहरे,उदय नारायण जगत, प्रताप पटेल ,सहित समस्त युवा प्रशिक्षक उपस्थित थे।