कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 3 जुलाई। आदिवासी अंचल खडग़वां के कदरेवां प्राथमिक शाला के बच्चों ने शनिवार को योगाभ्यास किया। जिसके अन्तर्गत बच्चों ने सर्वप्रथम ओम व् गायत्री मन्त्रों के उच्चारण के साथ अनुलोम- विलोम, भ्रामरी, उद्दगीथ प्राणायाम व् प्रणव प्राणायाम ( ध्यान ) के अभ्यास किये और उनके फायदे भी जाने।
योग सेवक गिरि ने बताया कि पाँच साल के बच्चे भी कुछ निर्धारित मात्रा में प्राणायाम व् सरल आसनों के अभ्यास कर सकते है। जिससे उन्हें शारीरिक व मानसिक लाभ होते है। उनमें मानसिक एकाग्रता आती है। प्राणायाम के अभ्यास से बच्चों में कुपोषण व् स्नायुगत रोग ठीक होते है। योग- प्राणायाम के सतत अभ्यास के बाद योगगुरु ने देखा कि बच्चे शांत, एकाग्र व विषय के प्रति फोकस होते है।
गिरि ने बताया कि कुछ प्राणायाम खाने के आधे घंटे बाद भी किये जा सकते है, जिसे बच्चे अपने प्रार्थना के समय व सायं छुट्टी के पूर्व भी किये जा सकते है। इसमें ज्यादा समय भी नहीं देना होता है। इन अभ्यासों से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है, जिससे वे वर्तमान महामारी से भी बचाव कर सकते है।