महासमुन्द

नपाध्यक्ष के लिए कांग्रेस में खींचतान, कृष्णा दौड़ में आगे, राशि की भी दावेदारी
05-Jul-2022 5:22 PM
नपाध्यक्ष के लिए कांग्रेस में खींचतान, कृष्णा दौड़ में आगे, राशि की भी दावेदारी

अध्यक्ष की कुर्सी खाली होते ही कृष्णा कार्यकारी अध्यक्ष बने

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 जुलाई।
महासमुंद में इस वक्त भाजपा खेमा बगावती 8 पार्षदों को बाहर का रास्ता दिखाने में व्य्स्त है और कांग्रेस खेमें में नपा अध्यक्ष के लिए उम्मीदवार की तलाश जारी है। सोमवार को नगरपालिका में अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाने के बाद पालिका अध्यक्ष का चुनाव होना है। इसके लिए प्रशासन अलग से तारीख तय करेगा। फिलहाल कांग्रेस की ओर से इस पद के दो प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं। इसमें पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राशि महिलांग और वर्तमान नगर पालिका के उपाध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर का नाम शामिल है। अध्यक्ष की कुर्सी खाली होते ही उपाध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर को नपा का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया है। बताया जा रहा है कि राशि महिलांग और कृष्णा चंद्राकर में से किसी एक को कांग्रेस अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाएगी।

मालूम हो कि नगर पालिका अध्यक्ष पर के लिए महासमुंद में सोमवार को हुए अविश्वास प्रस्ताव पर हुए मतदान में भाजपा के नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ  वोटिंग हुई है। अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में कांग्रेस को 20 वोट आए, वहीं नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर को केवल तीन वोट पड़े हैं। इसमें एक वोट खुद प्रकाश चंद्राकर का था। इसके अलावा प्रशासन ने 6 वोट तकनीकी आधार पर खारिज कर दिए।

मालूम हो कि महासमुंद नगर पालिका में 30 पार्षद हैं। कांग्रेस की ओर से इस उलटफेर की कमान क्षेत्रीय विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने संभाली थी। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने पीयूष कोसरे और सुबोध हरितवाल को यहां पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था। सभी ने मिलकर पार्षदों को एकजुट किया और मजबूत समझे जाने वाले भाजपा के महासमुंद की गढ़ को गिरा दिया।

भाजपा की जिला अध्यक्ष रूप कुमारी चौधरी ने इसे सत्ता पक्ष के धनबल की जीत बताया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के ही आठ पार्षदों ने वोट नहीं दिया, इसकी वजह से एक वोट से हम चूक गए।
गौरतलब है कि महासमुुंद नगर पालिका में 30 पार्षद हैं। 2020 में नगर पालिका चुनाव के बाद भाजपा के पक्ष में 16 पार्षद थे, जिसकी बदौलत भाजपा के प्रकाश चंद्राकर पालिका अध्यक्ष चुने गए थे। वहां नगर पालिका उपाध्यक्ष की कुर्सी कांग्रेस के पास रही। पिछले दिनों कांग्रेस पार्षदों ने नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ  अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। कलेक्टर ने अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए चार जुलाई की तारीख तय कर दी। इस बीच भाजपा के छह पार्षद एक साथ अज्ञातवास पर चले गए। वहीं दो पार्षदों ने क्षेत्रीय विधायक विनोद चंद्राकर की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ले ली। ऐसे में नगर पालिका में बहुमत का गणित बिगड़ गया।

महासमुंद नगर पालिका में हार मिलते ही भाजपा खेमे में एक्शन शुरू हो गया है। जिला अध्यक्ष रूप कुमारी चौधरी की अध्यक्षता में सोमवार को जिला समन्वय समिति की बैठक हुई। इसमें पार्टी के खिलाफ  वोट करने वाले आठ पार्षदों की पहचान की गई। जिलाध्यक्ष रूप कुमारी चौधरी ने बताया कि पार्टी के ही आठ पार्षदों ने ही खिलाफ त कर अनुशासनहीनता की है। उनको पार्टी से निष्कासित करने की अनुशंसा प्रदेश को भेजी है। ऐसे पार्षदों में मीना वर्मा, माधवी सिक्का, मुन्ना देवार, हाफिज कुरैशी, मनीष शर्मा, पवन पटेल, मंगेश टांकसाले और महेंद्र जैन शामिल हैं।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news