दुर्ग

रोज परोपकार, प्रणाम और प्रार्थना करें, आपके सारे ग्रह अनुकूल हो जाएंगे - ललितप्रभ
06-Jul-2022 3:46 PM
रोज परोपकार, प्रणाम और प्रार्थना करें, आपके सारे ग्रह अनुकूल हो जाएंगे - ललितप्रभ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 6 जुलाई। 
राष्ट्र-संत ललितप्रभ सागर महाराज ने कहा कि अगर हम पेंसिल बनकर किसी के लिए सुख नहीं लिख सकते तो कम-से-कम रबर बनकर उनके दुख तो मिटा ही सकते हैं। घर में खाना बनाते समय एक मु_ी आटा अतिरिक्त भिगोएं और सुबह पूजा करते समय 10 रुपए दूसरों की मदद के लिए गुल्लक में डालें। एक मु_ी आटे की रोटियां तो दुकान जाते समय गाय-कुत्तों को डाल दें और नगद राशि को इक_ा होने पर किसी बीमार या अपाहिज की मदद में लगा दें। मात्र नौ महिने में आपके सारे ग्रह-गोचर अनुकूल हो जाएंगे।

संत प्रवर मंगलवार को सकल जैन समाज द्वारा जिला कचहरी के पीछे स्थित ऋषभ नगर मैदान में आयोजित चार दिवसीय जीने की कला प्रवचन माला के समापन पर हजारों सत्संग प्रेमी भाई बहनों को घर को कैसे बनाएं जीवन को मालामाल विषय पर संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि रास्ते से गुजरते समय मंदिर आने पर आप प्रार्थना में हाथ जोड़ें और अगर कोई एंबुलेंस गुजरती नजर आए तो उसे देखकर उसके लिए ईश्वर से दुआ अवश्य करें। संभव है आपकी दुआ उसे नया जीवन दे दे।
अगर आप किसी मज़दूर से दिनभर मेहनत करवाते हैं तो उसका पसीना सूखे उससे पहले उसे उसका मेहनताना दे दीजिए। किसी के मेहनताने को दबाना हमारे आते हुए भाग्य के कदमों पर दो कील ठोकना है। विद्यालय भी ईश्वर के ही मंदिर हुआ करते हैं, पर विद्यालय बनाना हर किसी के बूते की बात नहीं होती। आप केवल किसी एक गरीब बच्चे की पढ़ाई को गोद ले लीजिए, आपको विद्यालय बनाने जैसा पुण्य ही मिलेगा।

राष्ट्रसंत ने कहा कि दूध का सार मलाई है, पर जीवन का सार दूसरों की भलाई है। हमें रोज छोटा-मोटा ही सही पर एक भलाई का काम जरुर करना चाहिए। बिल गेट्स और अजीम प्रेमजी जैसे अमीरों ने दुनिया की भलाई के लिए हजारों करोड रुपयों की चैरिटी की है। आप फूल-पांखुरी ही सही, चैरिटी के काम अवश्य करें। दुनिया में कुछ लोग खाकर राजी होते हैं, कुछ लोग खिलाकर। आप प्रभु से प्रार्थना कीजिए कि प्रभु सदा इतना समर्थ बनाए रखना कि मैं औरों को खिलाकर खुश होने का सौभाग्य प्राप्त करूँ।

इस अवसर पर संत प्रवर ने युवा पीढ़ी को प्रतिदिन माता-पिता को पंचांग प्रणाम करने और प्रभु की प्रार्थना करने की प्रेरणा दी। प्रवचन से प्रभावित होकर सभी श्रद्धालुओं ने भाव पूर्वक माता-पिता को पंचांग प्रणाम किया और प्रतिदिन प्रणाम करने व परोपकार करने का संकल्प लिया।

10 जुलाई रविवार को रायपुर के एम जी रोड स्थित जैन दादावाड़ी से भव्य चातुर्मास नगर प्रवेश होगा और बुढ़ापारा स्थित आउटडोर स्टेडियम में 52 दिवसीय सत्संग महाकुंभ का श्रीगणेश होगा, जिसमें दुर्ग से सैकड़ों श्रद्धालु भाई-बहन भाग लेंगे।

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