रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जुलाई। बाजार हो या फिर कोई भी भीड़ वाली जगह पर लोग अब मास्क लगाने से परहेज कर रहे है तो संस्थानों में भी सैनेटाइजर की व्यवस्था कम हो गई है। जबकि अभी भी राज्य समेत जिले में सार्वजनिक स्थलों में मास्क लगाना अनिवार्य है। ऐसे में लोगों को खुद जागरूक होने की जरूरत है और यह समझने की भी कि कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे पैर पसारने के फिराक में जिसे हम सावधानी और सतर्कता बरतते हुए बढऩे से रोक सकते हैं।
डॉक्टर्स की मानें तो कोविड के समय और उसके ठीक बाद लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी थी लेकिन जैसे ही स्थिति सामान्य हुई लोग फिर से स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो गए। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर तक जिले में 17 कोविड के सक्रिय मामले हैं जिनमें 7 लोईंग व रायगढ़ शहरी क्षेत्र और पुसौर में 5-5 मामले हैं।
धीरे-धीरे कोविड के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जिले से जुड़ती ओडिसा सीमा और रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिंग सेंटर फिर से शुरू कर दिया है। ताकि दीगर राज्य से आने वाले कोविड के संभावित मरीजों की पहचान की जा सके। इसके साथ ही जिले के हर पीएचसी और सीएचसी में कोविड टेस्ट की सुविधा है जहां 450-500 के करीब सैंपल औसतन वर्तमान में हर दिन जांच किये जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों से कोविड का टीका लगाने और कोविड अनुरूप व्यवहार के पालन की अपील कर रहा है। कई लोगों का बूस्टर डोज छूटा है तो उन्हें घर-घर लगाए जाने की व्यवस्था है। वहीँ 18 से 59 साल वालों को निजी अस्पताल में बूस्टर डोज लगने हैं।
कोरोना का खतरा अभी टला नहीं -डॉ एसएन केसरी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी का कहना हैरू ष् कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें और कोविड टीका और उसका बूस्टर डोज जरूर लगवाएं। देश के साथ-साथ प्रदेश और रायगढ़ में भी संक्रमण की दर फिलहाल बढ़ रही है। भीड़भाड़ के स्थान पर जाने से पूर्व बिना संकोच के मास्क को अच्छे से लगाएं, नियमित साफ-सफाई रखें, हाथ को सैनिटाइज करें या नियमित रूप से साबुन से धोएं, किसी भी स्थान को हाथ न लगाएं। कोविड और बदलते मौसम में स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही महंगी पड़ सकती है। इसलिए बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत अस्पताल जाकर चिकित्सक से संपर्क करें।