सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 6 जुलाई। बुधवार को अग्रसेन वार्ड के कुंडला स्थित नवनिर्मित माता बनभौरी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भक्तिमय माहौल में संपन्न हुआ। प्रात: पूजा अर्चना के पश्चात छप्पनभोग व सवामनी का प्रसाद चढ़ाया गया।दोपहर 1 बजे से महामंगल पाठ व संध्या 6 बजे से बाहर से आये कलाकारों द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी गई।माता के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शहर व प्रदेशभर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हुए थे।
माता बनभौरी वाली का भव्य आकर्षक मंदिर का 7 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा उत्सव बड़े ही धूमधाम से अम्बिकापुर में मनाया गया। अम्बिकापुर शहर के साथ साथ छत्तीसगढ़ के कोने कोने से बनभौरी भक्त अम्बिकापुर उत्सव मनाने पहुँचे। उत्सव की वजह से पिछले 10 दिनों से शहर में भक्तिमय माहौल रहा।गौरतलब है कि10 दिनों पूर्व माता बनभौरी वाली की ज्योति हरियाणा से अम्बिकापुर भक्त ले कर पहुँचे थे तब भी निशान यात्रा निकाली गई थी जिसका पूरे शहर में जगह जगह स्वागत किया गया था।
30 जून को कलश यात्रा के साथ उत्सव प्रारम्भ हुआ था जिसके बाद रोजाना पूजा पाठ मंदिर में किया जा रहा है,इसी तारतम्य में गत दिनों भव्य शोभायात्रा यात्रा माता भक्तों द्वारा कलाकेंद्र मैदान से निकाली गई थी।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान मां बनभौरी के संघर्ष की गाथा को अभिव्यक्त करती एक झांकी में मां बनभौरी का दरबार बनाकर उसमें माता को भौरे का रूप दिया गया।विदित हो कि पौराणिक कथाओं के अनुसार जब आतताई राक्षसों से पूरा समाज परेशान था तब मां बनभौरी ने भंवरा का रूप ग्रहण कर वरुण नामक दैत्य का संहार किया था। कुंडला मंदिर परिसर में समाज व विभिन्न सामाजिक संगठनों व्यवसायिक संगठनों द्वारा माता के दरबार में मत्था टेक आशीर्वाद लिया गया।