सरगुजा
खिलाडिय़ों के साथ उठाया बैडमिंटन का लुफ्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरगुजा,6 जुलाई। कलेक्टर कुंदन कुमार का धुआंधार दौरा लगातार जारी है,कल देर रात 11.30 बजे तक ऑफिस में काम करने के बावजूद आज सुबह-सुबह सरगुजा कलेक्टर शहर में साफ सफाई का जायजा लेने और मॉर्निंग वॉकरो से मिल शहर की समस्याओं को जानने एसडीएम प्रदीप साहू के साथ निकले।
सर्वप्रथम कलेक्टर गांधी चौक स्थित गांधी स्टेडियम पहुंच साफ-सफाई व अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने ग्राउंड का 3 चक्कर लगाया और वहां पर मॉर्निंग वॉक कर रहे लोगों से बात भी की। लोगों ने बताया कि यहां पर शाम को लाइट की थोड़ी समस्या रहती हैं, जिस पर कलेक्टर ने नगर निगम के अधिकारियों को लाइट की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए, साथ ही ग्राउंड में उगे झाड़ को देखकर ग्राउंड की साफ सफाई साफ-सफ़ाई करने के निर्देश दिये।
स्टेडियम के पास बैडमिंटन खेल रहे लोगों के साथ उन्होंने बैडमिंटन में अपने दो-दो हाथ भी आजमाए अपने सामने अचानक कलेक्टर को पाकर और कलेक्टर मिलनसार बात व्यवहार और साधारण जीवन शैली को देखकर लोगों को भरोसा ही नहीं हो रहा था कि वो लोग कलेक्टर के साथ बैडमिंटन खेल रहे हैं। इसके बाद कलेक्टर संजय पार्क पहुंचे और वहां गार्डन, वॉकिंग ट्रेल, वॉच टावर, वुड हट का निरीक्षण किया और आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिए।
संजय पार्क में पशुओं को किस तरह रखा जा रहा है, इसका भी निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि संजय पार्क में चीतलों की संख्या काफी ज्यादा है, जिसे देखते हुए कलेक्टर ने कुछ चीतलों को अचानकमार टाइगर रिजर्व शिफ्ट करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर की नजर संजय पार्क योगा करते हुए एक ग्रुप पर पड़ी कलेक्टर ने योगा करने आए लोगों से बातचीत की और उन सब के साथ बैठकर चाय पी। लोगों ने बताया कि वे लोग यहां प्रतिदिन योगा करने आते हैं यहां पर आकर उन्हें काफी शांति का अनुभव होता है, बस थोड़ा सा मेंटेनेंस की कमी है, जिस पर कलेक्टर ने तुरंत वहा मौजूद एसडीओ को जरूरी मेंटेनेंस का जल्द पूरा करने और पार्क में और अच्छी साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए ताकि संजय पार्क घूमने आने वाले लोगो की संख्या में और इजाफा हो सके और बच्चे अपनी छुट्टियों को और अच्छे से इंजॉय कर सके।
पर्यटन के दृष्टिकोण से संजय पार्क को और विकसित किया जा सके। इसके बाद कलेक्टर प्रतापपुर रोड स्थित वाटरपार्क निरक्षण के लिए पहुंचे वाटरपार्क देखकर उनका मन प्रशन्न हो गया। देखने लायक नजारा तब मिला जब वाटर पार्क में झूला झूल रहे बच्चे ने बोला अंकल थोड़ा सा झूला, झूला दीजिये ना, और कलेक्टर मुस्कुराते हुए बच्चे को झूला-झुलाने लगे ये नजारा देखकर वहां पर मौजूद अधिकारी कर्मचारी शौक रह गए, क्योंकि जिस कलेक्टर को अपने शख्त और अनुशासन प्रिय मिजाज के लिए जानते हैं वो बच्चो के साथ बच्चे ही बन कर खेल रहे थे।
बहरहाल कलेक्टर को वाटरपार्क काफी पसंद आया और उन्होंने अधिकारियों को इसे और बेहतर तरीके से डेवलप करने के जरूरी दिशा निर्देश दिए।