बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 7 जुलाई। अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा छत्तीसगढ़ के जिला अध्यक्ष व्यास मुनि यादव ने प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप भारतीय सेना में राष्ट्र रक्षा में देश के लिए दिए गए बलिदान को ध्यान में रखते हुए अहीर रेजिमेंट गठन करने की मांग की है।
व्यास मुनि यादव ने कहा कि यादव समाज हमेशा राष्ट्रहित में स्वतंत्रता से पूर्व 1857 की प्रथम क्रांति से लेकर प्रथम विश्व युद्ध में अदम्य साहस और शौर्य दिखाते हुए राष्ट्र रक्षा में प्राणों की आहुति देता रहा है। स्वतंत्रता के बाद 1948, 1955, 1962 में रेजांगला युद्ध, 1965 में हाजीपीर पर तिरंगा फहराना, 1971 में भारत-पाक युद्ध, 1984 में शांति सेना, 1999 में कारगिल युद्ध के बाद जब भी देश पर हमले हुए, यादव समाज के वीरों ने बढ़-चढक़र अदम्य साहस और शौर्य परिचय देते हुए बलिदान दिया है।
स्वतंत्रता के पूर्व 1857 में राव तुलाराम के नेतृत्व में नसीबपुर, नारनौल, हरियाणा में भीषण युद्ध करते हुए 5000 यादव वीर शहीद हुए तथा अंग्रेजों को लोहे के चने चबाने को मजबूर किया। इसी तरह आजादी की लड़ाई में यादव समाज के हजारों लोगों ने अपने प्राण की आहुति देकर शहीद हो गए ।
अखिल भारतीय यादव महासभा एवं संपूर्ण भारत के यादव समाज भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट की गठन को लेकर सन 1963 से मांग कर रहा है, लेकिन आजादी के बाद से भारत सरकार ने ध्यान नहीं दिया है। श्री यादव ने प्रधानमंत्री से अहीर रेजिमेंट गठन करने की मांग की।